उपराजधानी में फहराए गए सदस्य देशों के ध्वज- अब क्या करना है पता नहीं

सी-20 उपराजधानी में फहराए गए सदस्य देशों के ध्वज- अब क्या करना है पता नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-26 11:32 GMT
उपराजधानी में फहराए गए सदस्य देशों के ध्वज- अब क्या करना है पता नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर, नीरज दुबे| उपराजधानी में 20 से 22 मार्च तक आयोजित सी-20 की बैठक के समाप्ति के बाद भी मनपा परेशान है। उसके सामने नई चुनौती आ गई है। दरअसल, सी-20 बैठक के लिए शहर में करीब 20 से अधिक स्थानों पर जी-20 सदस्य देशों के ध्वज फहराए गए थे, लेकिन अब इन ध्वजों को निकालकर किस तरह से रखें. इसका कोई समाधान नहीं नजर आ रहा है। ऐसे में अब मनपा के आला अधिकारी जी-20 की आयोजक समिति से सलाह लेने पर विचार कर रहे हैं। मनपा प्रशासन असमंजस में है, क्योंकि इन झंडों को उतारने को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। देश के तिरंगे को सार्वजनिक स्थान पर फहराने और उतारने को लेकर ध्वज संहिता का पालन करना होता है। ऐसे में विदेशी ध्वजों को भी सम्मान के साथ निकालने और संरक्षित रखने को लेकर प्रक्रिया पालन करनी चाहिए, लेकिन बेहद जल्दबाजी में पुणे की तर्ज पर ध्वजों को फहराने की होड़ में अधिकारी पूरी जानकारी नहीं ले पाए हैं। यही वजह है कि अब झंडों को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि जी-20 की आयोजक समिति से इस मामले में दिशा-निर्देश मांगे जाएंगे। झंडों को पूरे सम्मान और संवर्धन के साथ रखा जाएगा, ताकि भविष्य में शहर में बड़े आयोजनों के दौरान ध्वज खरीदी को लेकर प्रक्रिया नहीं करनी पड़े, लेकिन अधिकारियों के इन दावों में ठोस तथ्य नजर नहीं आ रहा। 

मनपा प्रशासन की ओर से उद्यान विभाग और कर विभाग ने विदेशी झंडों को लगाया है। दो ठेका एजेंसियों को फाउंडेशन, खंभे, ध्वज, रस्सी समेत लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी। उद्यान विभाग ने प्रति झंडे के लिए करीब 20 हजार रुपए की दर पर कार्यादेश दिया, जबकि कर विभाग ने प्रति 24 फीट के झंडे के लिए 12,250 रुपए और 12 फीट के झंडे के लिए 8500 रुपए की दर से ठेका दिया। कर विभाग ने 24 फीट के 20 सेट और 12 फीट के 10 सेट लगाए हैं। दूसरी ओर उद्यान विभाग ने करीब 30 सेट झंडे लगाए हैं। इन सभी झंडों को आपूर्ति करने के लिए विवान इंटरप्राइजेस को जिम्मेदारी दी गई थी। करीब 20 कामों समेत झंडे लगाने पर करीब 1 करोड़ रुपए का खर्च हुआ है।

सी-20 की पूर्व आयोजन बैठक 11 और 12 मार्च को पुणे में आयोजित की गई थी। नदियों का पुनर्जीविकरण और जल संसाधनों का व्यवस्थापन विषय पर बैठक की तैयारियों को देखने के लिए मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी के नेतृत्व में दल पुणे गया था। इस दल में सामान्य प्रशासन विभाग, उद्यान विभाग, विद्युत विभाग, लोककर्म विभाग के अधिकारियों का समावेश था। इस दल ने पुणे में बैठक स्थल के समीप जी-20 सदस्य देशों के ध्वजों को फहराते हुए देखा। इसी तर्ज पर उपराजधानी में आयोजित बैठक स्थल के रूट समेत अन्य स्थानों पर 20 देशों के झंडों को फहराया गया। हालांकि मनपा के अधिकारी बैठक के बाद झंडों के निकालने और दूसरे इस्तेमाल को लेकर पुणे से कोई भी पाठ नहीं सीख पाए हैं। 

ध्वज को लेकर दिशा-निर्देश लेंगे

मिलिंद मेश्राम, उपायुक्त, कर विभाग, मनपा के मुताबिक पुणे की तर्ज पर सी-20 बैठक के लिए सदस्य देशों के ध्वजों को लगाया गया था। सितंबर माह में आयोजित जी-20 की बैठक तक ध्वज को लगाए रखने अथवा अब निकाल कर सुरक्षित रखने को लेकर जी-20 की आयोजक समिति से दिशा-निर्देश लेंगे। इसके अतिरिक्त एक अन्य विकल्प के रूप में झंडों को पूरे सम्मान के साथ रखा जाएगा, ताकि भविष्य में किसी बड़े आयोजन के दौरान ध्वज का इस्तेमाल किया जा सके।

 

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