फसल खराब होने से निराश महिला किसान ने कर ली खुदकुशी, दिव्यांग पति और बच्चे हुए बेसहारा
बीड फसल खराब होने से निराश महिला किसान ने कर ली खुदकुशी, दिव्यांग पति और बच्चे हुए बेसहारा
डिजिटल डेस्क, बीड। बेमौसमी बारिश के चलते कपास की फसल बर्बाद हो गई। जिससे तंग आकर एक महिला किसान ने खुदकुशी कर ली। महिला किसान के कांधों पर ही पूरे घर की जिम्मेदारी थी। क्योंकि उसका पति शारीरिक रूप से अक्षम है, जिसकी देखभाल का जिम्मा भी महिला किसान पर ही था। आत्महत्या करने वाली महिला किसान की उम्र 42 साल बताई जा रही है। जो जिले की गेवराई तहसील के नंदपुर कांबी गांव में रहती थी।
महिला किसान ने 16 अक्टूबर की रात खेत में लगे पेड़ पर फंदा लगा खुदकुशी कर ली। जानकारी के अनुसार कविता बलीराम मुले के पति के दोनों पैर नहीं हैं। लिहाजा कविता खेत में मेहनत कर पति और अपने दो बेटों का जैसे-तैसे पेट पाल रही थी। उसने बैंक से कर्ज लेकर रखा था।
हालही में अच्छी फसल की उम्मीद बांधे उसने खेत में बुआई थी। कविता खुश थी, फसल फलफूल रही थी, लेकिन शायद होनी को कुछ और ही मंजूर था। बेमौसमी बारिश के चलते फसल तबाह हो गई। जिससे कविता पिछले दो दिनों से काफी परेशान थी।
जब कर्ज चुकाने का कोई और रास्ता नहीं सूझा, तो परिवार की इस मेहनतकश महिला ने रविवार सुबह खेत में फांसी लगा ली। रात होने पर जब वो घर नहीं लौटी, तो परिजन ने उसे खोजना शुरु कर दिया। इसी बीच जब खेत जाकर देखा, तो पेड़ पर लटका उसका शव दिखाई दिया।
रोते बिलखते हुए परिवार ने पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया और शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम होने के बाद महिला किसान का शव परिजन के हावाले कर दिया गया। इस मामले की जांच शुरु है।
दो बच्चों के सिर से पिता समान मां का साया उठ गया। बेबस पति को इस बात की चिन्ता सता रही है कि अब बच्चों की पढ़ाई का क्या होगा, घर परिवार कैसे चलेगा।