कोरोना मरीज की बेटी के स्कूल में जा धमके परिजन, लगी भारी भीड़
कोरोना मरीज की बेटी के स्कूल में जा धमके परिजन, लगी भारी भीड़
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुधवार को 45 वर्षीय कोरोना मरीज की पुष्टि होने के बाद गुरुवार को सेंटर पॉइंट स्कूल, दाभा पर हड़कंप मच गया। कोरोना से पीड़ित मरीज की बेटी उक्त स्कूल में पढ़ती है, जैसे ही इस बात की खबर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों को लगी तो वह स्कूल के बाहर अपने-अपने बच्चों को लेने के लिए पहुंच गए। देखते ही देखते स्कूल के बाहर परिजनों की भीड़ लग गई।
बता दें कि पॉजीटिव मरीज अटलांटा गया हुआ था और 6 मार्च को नागपुर पहुंचा था। इसके बाद उसे बुखार और गले में खराबी की समस्या हुई थी। जिसके बाद वह निजी डॉक्टर से उपचार करवाने गया था लेकिन स्वास्थ्य लाभ नहीं हुआ। डॉक्टरों ने मरीज को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में कोरोना जांच की सलाह दी गई क्योंकि उक्त मरीज पिछले दिनों विदेश दौरे पर था। बुधवार को मरीज मेयो में उपचार के लिए पहुंचा जहां लक्षणों के आधार पर कोरोना के लिए उसका नमूना लेकर भर्ती कर लिया गया। बुधवार रात को करीब 9 बजे मरीज को मरीज को कोरोना होने की पुष्टि हुई। मरीज का उपचार किया जा रहा है।
इसलिए स्कूल में मचा हड़कंप
बुधवार को कोरोना मरीज की पुष्टि होने के बाद गुरुवार को सुबह यह खबर आग की तरह फैल गई। जैसे ही लोगों को मालूम चला कि जिसे कोरोना की पुष्टि हुई है उसकी बेटी सेंटर पाइंट स्कूल, दाभा में पढ़ती है तो परिजन अपने-अपने बच्चों को स्कूल से लेने के पहुंच गए। उधर, स्कूल के बाहर परिजनों का जमघट लग गया। वहीं, अब इस बात का इंतजार है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग जांच होगी क्या? स्कूल प्रशासन का कहना है कि नागपुर में पहला कोरोना का मरीज हमारे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे का परिजन होने के कारण हम पूरी तरह एहतियात बरत रहे हैं। कोरोना पाजिटिव मरीज का बच्चा स्कूल नहीं आएगा । जिस किसी बच्चे में सर्दी, खांसी व बुखार जैसी तकलीफ आती है उनके परिजनों से फौरन जांच करवाने का अनुरोध किया गया है।