थाने पहुंचा इंजीनियर और ठेकेदार को झगड़ा, रिश्वत मांगने का आरोप
थाने पहुंचा इंजीनियर और ठेकेदार को झगड़ा, रिश्वत मांगने का आरोप
डिजिटल डेस्क, सतना। नगर निगम में संविदाकारों के भुगतान में अनावश्यक विलंब और मनमानी कमीशन के दबाव का आक्रोश अब आक्रामक रुप लेता जा रहा है। सोमवार की दोपहर नगर निगम के कार्यालय में हालात उस वक्त हंगामाई हो गए जब भुगतान से पहले कमीशन की मांग के आरोप के साथ निगम के ठेकेदार अनवर मिर्जा और प्रभारी कार्यपालन यंत्री नागेन्द्र सिंह के बीच विवाद हो गया। दोनों पक्षों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है। सिटी कोतवाल विद्याधर पांडेय ने बताया कि पेमेंट के लिए कमीशन मांगने की ठेकेदार के आरोप को अलग से जांच में लिया गया है।
ये हैं आरोप-प्रत्यारोप
नगर निगम के संविदाकार अनवर मिर्जा के आरोप के मुताबिक सोमवार को दोपहर 4 बजे वो प्रभारी कार्यपालन यंत्री नागेन्द्र सिंह के पास पहुंचे और उन्होंने भुगतान के लिए 7 माह से लंबित 2 फाइलों की प्रक्रिया पूरी करने का आग्रह किया। ठेकेदार के आरोप के मुताबिक प्रभारी कार्यपालन यंत्री ने उनसे कमीशन की मांग की। आरोप है कि कमीशन से इंकार पर कार्यपालन यंत्री अपना आपा खो बैठे। गालीगलौच करते हुए उन्होंने कमरा बंद कर लिया और मारपीट शुरु कर दी। आइंदा कार्यालय में दिखने पर जान से मार देने की धमकी दी। ठेकेदार अनवर मिर्जा की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने इंजीनियर नागेन्द्र सिंह के विरुद्ध आईपीसी की दफा 294, 323, 342 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया है। उधर, इंजीनियर श्री सिंह की शिकायत पर ठेकेदार अनवर मिर्जा के विरुद्ध भी पुलिस ने आईपीसी के सेक्सन 294, 353 और 506 के तहत कायमी की है। आरोप है कि ठेकेदार ने नगर निगम परिसर स्थित प्रभारी कार्यपालन यंत्री नागेन्द्र सिंह के आफिस में आकर शासकीय कार्य में बाधा खड़ी करते हुए फाइल फाड़ डाली और गाली गलौच करते हुए उन्हें जान से मार देने की भी धमकी दी।
इनका कहना है
नगर निगम के ठेकेदार और इंजीनियर की परस्पर शिकायतों पर दोनों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए मामले को जांच में लिया गया है। भुगतान के लिए कमीशन के आरोप को अलग से जांच में लिया गया है। विद्याधर पांडेय, सिटी कोतवाल