जिला दुग्ध संघ में गबन - कार्यकारी निदेशक सहित चार गिरफ्तार, खडसे ने खोला मोर्चा
जलगांव जिला दुग्ध संघ में गबन - कार्यकारी निदेशक सहित चार गिरफ्तार, खडसे ने खोला मोर्चा
डिजिटल डेस्क, जलगांव. जिला दुग्ध संघ में गबन मामले में पुलिस ने कार्यकारी निदेशक मनोज लिमये समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पहले थाने में मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद से पुलिस की जांच चल रही थी। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया है।
राज्य सरकार ने अंतरिम रूप से निदेशक मंडल भंग कर दिया था और प्रशासक मंडल नियुक्त किया था। विधायक मंगेश चव्हाण सहित 10 अन्य प्रशासकों को मुख्य प्रशासक नियुक्त किया गया। मौजूदा निदेशक मंडल ने अदालत से इस फैसले पर रोक लगा दी थी। बीच की अवधि के दौरान, इस निदेशक मंडल ने दस्तावेजों के माध्यम से दुग्ध संघ में गबन का खुलासा किया था।
डेढ़ करोड़ के सामान की हेराफेरी
संचालक मंडल को दूध संघ में करीब डेढ़ करोड़ रुपए के मक्खन और दूध पाउडर के गबन का पता चला। इसके बाद दुग्ध संघ प्रशासन ने थाने में गबन की शिकायत दर्ज कराई थी। निदेशक मंडल ने यह तर्क देते हुए एक और शिकायत दर्ज की थी कि यह गबन नहीं बल्कि चोरी है। इसे लेकर विधायक एकनाथ खडसे ने थाने पर धरना दिया था।
इस अपराध की मूल शिकायत में उल्लेख किया गया है कि संस्था के कार्यकारी निदेशक, अध्यक्ष और कुछ निदेशकों और कुछ कर्मचारियों ने गबन किया है। हरि रामू पाटिल (उम्र 67), किशोर काशीनाथ पाटिल (उम्र 57) और अनिल हरिशंकर अग्रवाल (उम्र 59) के साथ कार्यकारी निदेशक मनोज लिमये को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले गई थी।
राजनीतिक दबाव में कार्रवाई
एकनाथ खडसे ने सवाल उठाया था कि पुलिस चोरी की जांच करे, दस्तावेज निरीक्षण का काम सहकारिता विभाग करेगा, पुलिस को जांच का अधिकार किसने दिया और राजनीतिक दबाव के चलते दुग्ध संघ की जांच का आरोप पुलिस पर लगाया।