बिजली विभाग का मेंटेनेंस डे, भीषण गर्मी में बन जाता है टेंशन भरा दिन 

बिजली विभाग का मेंटेनेंस डे, भीषण गर्मी में बन जाता है टेंशन भरा दिन 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-20 08:01 GMT
बिजली विभाग का मेंटेनेंस डे, भीषण गर्मी में बन जाता है टेंशन भरा दिन 

डिजिटल डेस्क,नागपुर। बिजली विभाग का मेंटेनेंस डे लोगों के लिए भीषण गर्मी में टेंशन भरा दिन बन जाता है। बिजली कंपनियां हर बुधवार को रख-रखाव के नाम पर बिजली आपूर्ति बंद रखती हैं। मानसून के पूर्व भी जोरदार तैयारी की जाती है। बिजली कंपनियों के अनुसार, इस दौरान पेड़ों की डालें काटी जाती हैं, बिजली के तार कसने और खंभे सीधे करने का कार्य होता है, ट्रांसफार्मरों की जांच, डिस्ट्रीब्यूशन पैनल ठीक करने के अलावा संरचना के रख-रखाव से संबंधित सभी कार्य किए जाते हैं। इसके चलते उपभोक्ता हर बुधवार को गर्मी में बगैर बिजली के गुजरता है। फिर भी बिजली कंपनियां पूरे सप्ताह निरंतर विद्युत आपूर्ति करने में अक्षम रहती हैं।

30 बार बिजली गुल हुई
शहर में महावितरण सिर्फ 1 विभाग का कामकाज देखती है, जबकि एसएनडीएल के हिस्से में शेष 3 विभाग हैं। अगर आंकड़े देखें तो महावितरण के सिर्फ कांग्रेस नगर विभाग में 10 जून से 18 जून तक बुधवार को अवरुद्ध की गई आपूर्ति के अलावा 30 बार विविध इलाकों में बिजली गुल हुई है। इसके चलते उपभोक्ताओं को प्रचंड गर्मी में 8 दिन में करीब 26 घंटे बगैर बिजली के गुजारने पड़े। इनमें से 16 बार उन कारणों के चलते हुई है, जिसके लिए हर बुधवार को विद्युत आपूर्ति बाधित की जाती है। ये तो वो ब्रेक डाउन हैं, जो बड़े हैं। इसके अलावा कुछ मिनट के लिए बिजली गुल होने की घटनाओं की तादाद भी बहुत है। सवाल यह उठता है कि मेंटनेंस के नाम पर जब विद्युत आपूर्ति बंद की जाती है तो उस दौरान रख-रखाव और मरम्मत का क्या काम होता है। 

यहां कभी भी बिजली बंद 
अजनी चौक, चूना भट्ठी, केंद्रीय कार्यालय क्षेत्र, प्रताप नगर, लिंक रोड के इलाकों में आए दिन घंटों बिजली गुल रहती है। पूछने पर मालूम पड़ता है कि आपात कार्य के चलते बिजली बंद है या ट्रांसफार्मर या केबल में अचानक खराबी आ गई। उपभोक्ताओं का कहना है कि जब सप्ताह के सभी दिन दुरुस्ती और रख-रखाव कर रहे हैं, तो फिर बुधवार को क्यों स्टेगरिंग-डे रखा गया है।

8 दिन में 40 घंटे बिजली रही गुल 
एसएनडीएल शहर के 3 विभागों में विद्युत आपूर्ति के लिए उत्तरदायी है। इन तीन विभागों में 10 जून से 18 जून तक विविध कारणों से 29 बार विद्युत आपूर्ति खंडित हुई है। इससे करीब 40 घंटे उपभोक्ताओं को बगैर बिजली गुजारने पड़े। हालांकि इन विभागों में विकास कार्य में जुटी एजेंसियों द्वारा की जा रही खुदाई के कारण ज्यादातर बिजली गुल हुई है, फिर भी 14 बार विद्युत आपूर्ति उन ही कारणों से खंडित हुई है, जिसके लिए बुधवार को विद्युत आपूर्ति खंडित की जाती है। 

आयोग ने तय किया है दिन 
महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग ने सप्ताह में बुधवार का दिन विद्युत संरचना के रख-रखाव व सुधार कार्य के लिए तय किया है। इसके अलावा किसी और दिन रख-रखाव करना है तो इसकी पूर्व सूचना देकर ही ऐसा किया जा सकता है। हां आपात स्थित में आउटेज लिया जा सकता है।  नियम का फायदा उठाकर ही आए दिन कभी भी बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है।

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