अच्छी बारिश का असर : तोतलाडोह से शहर को 2 वर्ष हो सकेगी जलापूर्ति
अच्छी बारिश का असर : तोतलाडोह से शहर को 2 वर्ष हो सकेगी जलापूर्ति
डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर के लिए अच्छी खबर है। तोतलाडोह में इतना जलसंग्रहण होने का दावा जलसंपदा विभाग ने किया है, जिससे दो वर्ष तक जलापूर्ति हो सकेगी। वर्ष 2013 के बाद पहली बार शत-प्रतिशत भरने से एक हजार 17 दलघमी जलसंग्रहण हुआ है। जलाशय लबालब होकर 100 दलघमी ओवरफ्लो पेंच नदी में छोड़ गया है। इस वर्ष औसतन अधिक बारिश होने से चौरई प्रकल्प का पानी छोड़े जाने से पांच-छह वर्ष बाद तोतलाडोह लबालब हो गया है। फिलहाल इस प्रकल्प में 10 से 16.876 दलघमी जलसंग्रहण हुआ है। 34.900 दलघमी पानी लगातार आना जारी है।
शहर के लिए 170 दलघमी पानी आरक्षित
तोतलाडोह से नागपुर शहर को जलापूर्ति के लिए 170 दलघमी पानी आरक्षित है। वहीं, पेंच प्रकल्प के पानलोट क्षेत्र के लिए 1 लाख 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई के लिए 700 दलघमी, कोराड़ी व खापरखेड़ा थर्मल पाॅवर स्टेशन के लिए 60 दलघमी पानी आरक्षित रहने की जानकारी जलसपंदा विभाग के कार्यकारी अभियंता जितेंद्र तुरखेड़े ने दी।
जलसंकट को मात देने वैकल्पिक व्यवस्था
मध्य प्रदेश सरकार ने चौरई में 577 दलघमी क्षमता के प्रकल्प शुरू किए हैं। 468 करोड़ रुपए लागत के सात लिफ्ट कृषि प्रकल्पों को मंजूरी दी गई है। दो वर्ष में इसे पूरा करने काे प्राथमिकता दी गई है। इसमें से चार उपाय योजना कन्हान नदी पर है, जिसमें बीड़ चीतघाट, सिवोरा, माथनी (मौदा), बाबदेव लिफ्ट इरिगेशन योजनाओं का समावेश है। इस प्रकल्प से औसतन 120 दलघमी पानी उपलब्ध होगा।
राज्य को मिलेगा 10 टीएमसी पानी
अंतरराज्य पानी वितरण वाद के अनुसार, मध्य प्रदेश के साथ 10 टीएमसी पानी राज्य को उपलब्ध होगा। इसके लिए लोहभोगरी (छिंदवाड़ा) से कन्हान नदी पर बैरेज बनाकर 62 किलोमीटर लंबी टैनल के माध्यम से तोतलाडोह प्रकल्प में लाने के प्रकल्प को सरकार ने मंजूरी दी है। इस योजना से नागपुर शहर को पीने का पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। तोतलाडोह प्रकल्प के जल व बाढ़ प्रबंधन नियोजन के लिए विशेष नियंत्रण कक्ष कार्यान्वित कर जलसंपदा विभाग के कार्यकारी अभियंता राजेश धोटे व सहायक अभियंता जयंत काठवटे प्रकल्प के जलभंडार का नियंत्रण कर रहे हैं।