समुंदर में उतरो ही नहीं, उतरो तो मोती लेकर निकलो
सतना समुंदर में उतरो ही नहीं, उतरो तो मोती लेकर निकलो
डिजिटल डेस्क, सतना। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की थीम और सशक्त वाहिनी अभियान के अंतर्गत महिला बाल विकास विभाग द्वारा मेधावी बालिकाओं को प्रशासनिक क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए नि:शुल्क कोचिंग दिलाई जा रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर अनुराग वर्मा, एसपी धर्मवीर सिंह, जिला पंचायत सीईओ डॉ. परीक्षित राव ने शुक्रवार को कोचिंग स्थल पहुंचकर सफलता के टिप्स दिए। बेटियों का उत्साहवर्धन करते हुए कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि क्षमताओं का आंकलन जरूरी है। कैरियर में असफलताएं मिलती हैं लेकिन इससे निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि अधिक ऊर्जा से असफलता की वजह तलाश कर उसे दूर करना चाहिए। कलेक्टर ने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा कठिन होती है। उन्होंने कहा कि समुंदर में उतरो ही नहीं, उतरो तो मोती लेकर ही निकलो।
ऐसा कोई लक्ष्य नहीं जो हासिल न किया जा सके
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बेटियों को बताया कि ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जिसे हासिल न किया जा सके। उन्होंने कहा कि लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एकाग्र होकर संपूर्ण ऊर्जा के साथ तैयारी करना चाहिए। एसपी ने कहा कि प्रतियोगिता को कभी बीच में नहीं छोडऩा चाहिए। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि जीवन के ये ४ साल सबसे महत्वपूर्ण हैं। एसपी ने कहा कि अपनी पूरी ऊर्जा उत्तल लेंस की तरह लक्ष्य पर केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौकरी मिलने से जीवन और रहन-सहन में बदलाव आता है। अच्छी मेहनत करइस परिवर्तन के ध्वजवाहक बनें।
टाइम का मैनेजमेंट कैसे करें
जिला पंचायत सीईओ डॉ. परीक्षित राव ने बालिकाओं को संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के विभिन्न चरणों एवं प्रतियोगिताओं की तैयारी में टाइम मैनेजमेंट के बारे में बताते हुए कहा कि लांग टाइम प्लानिंग के बजाए शॉर्ट टर्म प्लानिंग करें। उपयुक्त किताबों और लेखकों की जानकारी देते हुए डॉ. राव ने कहा कि अच्छी किताबों का चयन करें, फिर उसका रिवीजन करें। असफलताओं से घबराएं नहीं, कमियां सुधार कर आगे बढ़ जाएं। अंत में कलेक्टर-एसपी ने बालिकाओं को तैयारी करने के लिए किताबें प्रदान की। उल्लेखनीय है वर्तमान में ७० बालिकाएं कोचिंग ले रहीं हैं।