अंधेरे में गरीबों की दिवाली - ठेचा भाकर खाकर किया राज्य सरकार का विरोध
जलगांव जामोद अंधेरे में गरीबों की दिवाली - ठेचा भाकर खाकर किया राज्य सरकार का विरोध
डिजिटल डेस्क, जलगांव जामोद. महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदें ने दिवाली के लिए गरीबों को १०० रूपए में राशन की घोषणा की थी। बारिश की वक्रदृष्टि के कारण आज जनता आर्थिक संकट में है। राज्य शासन ने गरीब जनता को आशा लगाकर दी। लेकिन उक्त किट का वितरण हुआ नहीं। घोषणा करने के बाद वह पूरी करने की क्षमता नहीं तो ऐसी भंपक घोषणा कर गरीब जनता का मजाक क्यु उड़ाया। जिस कारण राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जलगांव जामोद की ओर से इस महाराष्ट्र सरकार का घोषित निषेध किया गया। २१ अक्तूबर को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने ज्ञापन देकर २२ अक्तूबर तक राशन वितरण न हुआ तो आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। तहसील में शिधा किट का वितरण हुआ नहीं, जिस कारण हजारों गरीब जनता दिवाली के फराल से वंचित रहकर उनकी दिवाली अंधेरे में गई। जिस कारण उक्त जनता के दु:ख में शामिल होने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जलगांव जा तहसील एवं शहर की ओर से २४ अक्तूबर को दिवाली के दिन ठेचा भाकर खाकर सरकार का निषेध के तौर पर आंदोलन किया गया।
आंदोलन में यह रहे उपस्थित : इस समय प्रदेश महासचिव प्रसेनजीत पाटिल, रंगराव देशमुख, प्रमोद सपकाल, महादेव भालतिड़क, अजहर देशमुख, पराग अवचार, शेख जावेद, विजय ठाकरे, एम.डी.साबीर, राजुसेठ पुणेवाला, आशिष वायझोडे, दत्ता डिवरे, मोहसीन खान, श्रीकृष्ण जाधव, डॉ. प्रशांत दाभाड़े, प्रकाश गावंडे, विश्वास भालेराव, जंगलीमन रायपुरे, गोपाल भालतिड़क, कैलास मानकर, सचिन ढाके, मंगल डोंगरदिवे, शकील पिंजारी, सदाशिव जाणे, निजाम राज, हनु बाप्पू, फिरोज भाई, अशपाक जमदार, आकाश जाणे, संजय देशमुख, सैय्यद अलीम, संभाजी ठाकुर, योगेश कुवर, सिद्धार्थ हेलोडे, अमान खान, अतुल मानकर समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थें।