झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद मैहर के रोपवे में आई बड़ी तकनीकी खामी, 45 मिनट हवा में लटके रहे भक्त

मैहर में झारखंड जैसे हादसे के आसार! झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद मैहर के रोपवे में आई बड़ी तकनीकी खामी, 45 मिनट हवा में लटके रहे भक्त

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-14 07:06 GMT
झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद मैहर के रोपवे में आई बड़ी तकनीकी खामी, 45 मिनट हवा में लटके रहे भक्त

डिजिटल डेस्क, सतना, राविन सिंह परिहार। चार दिन पहले झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे को अभी भूले भी नहीं थे कि मैहर के मां शारदा की त्रिकुट पहाड़ी में बुधवार को संचालित रोपवे में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। सुबह रोपवे में एका-एक तकनीकी खराबी आने से फेल हो गया। श्रद्वालुओं से भरी ट्रालियां करीब 45 मिनट तक हवा में लटकती रहीं। हवा में लटकने से श्रद्वालुओं में चीख-पुकार मच गई। रोपवे प्रबंधन ने किसी तरह जोर-जुगाड़ से ट्रालियों को नीचे लाने में कामयाब रहा। इधर प्रशासनिक अधिकारियों को रोपवे प्रबंधन के द्वारा हवा का दबाव अधिक होने की सूचना देकर तकनीकी कमी को दबाने में कामयाब रहा। मगर मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर अनुराग वर्मा ने मैहर और चित्रकूट एसडीएम को रोपवे से जुड़ी सेफ्टी ऑडिट के दस्तावेजों की जांच रिपोर्ट तलब की है।

देवघर से जुड़ी कंपनी कर रही संचालन

मैहर और चित्रकूट में दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा रोपवे का संचालन किया जा रहा है। यह वहीं कंपनी है, जिसके द्वारा झारखंड के देवघर में भी रोपवे का संचालन किया जा रहा था। वहां कंपनी की एक लापरवही से एक बड़ा हादसा हो गया। मैहर में भी इसी दामोदर कंपनी के रोपवे में भी बुधवार की सुबह करीब 8 बजे तकनीकी खराबी आने से एकाएक बंद हो गया। करीब 45 मिनट तक श्रद्वालु हवा में लटके रहे। रोपवे प्रबंधन से बुकिंग काउंटर बंद कर दिया। ऊपर से आने वाले श्रद्वालुओं को नहीं लाया गया उन्हे पैदल आना पड़ा। पैसे भी वापस नहीं किये गए।

मेंटेनेंस की रिपोर्ट तलब

झारखंड के देवघर हादसे के बाद यहां का जिला प्रशासन भी रोपवे संचालन के मामले में सख्त हो गया है। बुधवार को कलेक्टर अनुराग वर्मा ने मैहर और चित्रकूट के एसडीएम से संचालित दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा की सेफ्टी आडिट रिपोर्ट तलब की। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि यह जांच की जाए कि मेटीनेंस का शड्यूल क्या है। ट्रालियों को ले जाने की क्षमता कितनी है। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित की जाए कि निर्धारित संख्या से अधिक ट्रालियों का उपयोग न किया जाए।

मैहर और चित्रकूट में संचालित रोपवे की सेफ्टी ऑडिट की जांच करने के निर्देश एसडीएम को दिए हैं। यह भी देखा जाय कि निर्धारित समय पर रोपवे के मेंटेनेंस और संचालन के नियमों का पालन किया जा रहा कि नहीं।

कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बताया कि, हवा का दबाव अधिक होने से कुछ समय के लिए रोपवे बंद किया गया था। प्रबंधन से इस संबंध में जानकारी भी ली गई है। श्रद्वालुओं से पैसे वापस किए जाने की जानकारी नहीं जिसकी जांच कराई जाएगी।

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