कासकर का बड़ा खुलासा, दाऊद नहीं शकील के इशारे पर करता था वसूली

कासकर का बड़ा खुलासा, दाऊद नहीं शकील के इशारे पर करता था वसूली

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-27 18:21 GMT
कासकर का बड़ा खुलासा, दाऊद नहीं शकील के इशारे पर करता था वसूली

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हफ्ता वसूली के आरोप में गिरफ्तार और भगौड़े आतंकी दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा कि वह दाऊद नहीं बल्कि छोटा शकील के इशारे पर हफ्ता उगाही करता था। कासकर के मुताबिक इस कारोबार का मुख्य सरगना छोटा शकील ही है। कासकर के खुलासे के बाद ठाणे पुलिस ने शकील को मामले में मुख्य आरोपी बनाया है।

3 आरोपी ठाणे कोर्ट में पेश

बुधवार को कासकर समेत गिरफ्तार तीन आरोपियों को ठाणे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। कोर्ट में पेशी के दौरान सरकारी वकील ने दावा किया कि कासकर और दूसरे आरोपियों से मामले में कई अहम खुलासे हो सकते हैं। हालांकि वो अब भी अंडरवर्ल्ड से जुड़े राज खुलकर नहीं बता रहा है। इसलिए पूछताछ के लिए कासकर को पुलिस हिरासत में भेजने की जरूरत है। अदालत ने सरकारी वकील की दलील स्वीकार करते हुए तीनों आरोपियों की पुलिस हिरासत बढ़ा दी।

पाकिस्तान से आते हैं हथियार और निर्देश

कासकर ने पूछताछ में स्वीकार किया कि रंगदारी वसूलने का काम पाकिस्तान में बैठे दाऊद के करीबी छोटा शकील की देखरेख में होता है। एक तरह से वह अब भी पाकिस्तान में बैठकर रिमोट से धंधा चला रहा है। यही नहीं हैरान करने वाली बात है कि जरूरत पड़ने पर शकील पाकिस्तान से ही अपने गुर्गों के लिए हथियारों का इंतजाम करता है। छोटा शकील ने ही अपने खास गुर्गों को कासकर के साथ मिलकर काम करने के निर्देश दिए थे।

रंगदारी का बिहार कनेक्शन

जांच में यह भी पता चला है कि मुंबई, ठाणे और नई मुंबई के बिल्डरों को धमकाने के लिए बिहार से मोस्ट वांटेड अपराधियों को बुलाया जाता था और उन्हें हथियार के साथ बिल्डरों और व्यापारियों के पास भेजा जाता था। मामले में गिरफ्तार एक और अपराधी मुमताज बिहार से अपराधियों को मुंबई लाने का जिम्मा सौंपता था। अब ठाणे पुलिस बिहार के दो वांडेट अपराधियों शमी और गुड्डू को तलाश रही है। ठाणे पुलिस की टीम दोनों की खोज में बिहार रवाना हो चुकी है। इस मामले में ठाणे पुलिस ने छोटा शकील समेत कुल पांच आरोपियों को वांटेड बताया है। ठाणे पुलिस आरोपियों के खिलाफ मकोका कानून के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

चार फ्लैट लिए लेकिन पैसे का लेनदेन नहीं

जांच में खुलासा हुआ कि रंगदारी के रूप में बिल्डर से जो चार फ्लैट लिए गए थे, उसके लिए किसी तरह से भुगतान नहीं किया गया। हालांकि यह पुलिस के लिए अहम सबूत हो सकता है। चार फ्लैट में दो बाजार भाव पर बेचे गए। एक मुमताज नाम की महिला के नाम रजिस्टर किया गया। जबकि दूसरा फ्लैट जमीन की मालकिन भारती भोसले को दिया गया है।

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