मुंबई बैंक धोखाधड़ी मामले में दरेकर से दोबारा पूछताछ
जानकारी जुटाई मुंबई बैंक धोखाधड़ी मामले में दरेकर से दोबारा पूछताछ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर से मुंबई बैंक धोखाधड़ी मामले में एमआरए मार्ग पुलिस ने दूसरी बार पूछताछ की। दरेकर पर खुद को फर्जी कागजात के आधार पर मुंबई बैंक का संचालक पद हासिल करने का आरोप है। पूछताछ के बाद दरेकर ने कहा कि पुलिस उनसे दो बार चार-चार घंटे की पूछताछ कर चुकी है लेकिन पूछताछ के दौरान एक जैसे सवाल किए जा रहे हैं। दरेकर ने कहा कि पुलिस एफआईआर से जुड़ी जानकारी मांगने के बजाय उनसे यह पूछ रही थी कि वे कहां कहां नेतृत्व करते हैं और उनके कहां कहां संबंध हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में पुलिस सिर्फ उन्हें परेशान कर रही है। दरेकर ने कहा कि पूछताछ के लिए बुलाने पर संजय राऊत और उनकी पार्टी के नेता जो हरकतें करते हैं वह हम नहीं करते। हम कानून का पालन करते हैं। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही पुलिस से जांच में सहयोग किया जा रहा है। जब भी बुलाया जाएगा मैं पूछताछ के लिए हाजिर रहूंगा पुलिस मामले में मुझे हिरासत में लेने की कोशिश क्यों कर रही है। इससे साफ है कि महाविकास आघाडी सरकार के नेताओं पर हुई कार्रवाई का बदला लेने के लिए काउंटर के तौर पर एक्शन का रिएक्शन दिखाने की कोशिश की जा रही है। पूरी कार्रवाई बदले की भावना से की जा रही है। दरेकर से 4 अप्रैल को भी पुलिस ने पूछताछ की थी। दरेकर ने कहा कि सरकार के दबाव में उन्हें बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
क्या है मामला
आम आदमी पार्टी नेता धनंजय शिंदे की शिकायत के आधार पर दरेकर के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिंदे का आरोप है कि दरेकर ने फर्जी तरीके से खुद को मजदूर बताकर संचालक पद का चुनाव निर्विरोध जीते थे। आरोप है कि दरेकर ने बैंक के संचालक रहते करोड़ों का घोटाला भी किया है। सहकारिता विभाग ने दरेकर को मजदूर मानने से इनकार कर दिया जिसके बाद उन्हें 20 सालों बाद संचालक पद से इस्तीफा देना पड़ा।