रेड लाइट एरिया जाने वाले ग्राहकों को बच्चियों के यौन शोषण पर न मिले जमानत

रेड लाइट एरिया जाने वाले ग्राहकों को बच्चियों के यौन शोषण पर न मिले जमानत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-13 15:28 GMT
रेड लाइट एरिया जाने वाले ग्राहकों को बच्चियों के यौन शोषण पर न मिले जमानत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भाजपा की कोषाध्यक्ष और प्रवक्ता शायना एनसी ने मांग की है कि पैसे देकर बच्चियों के साथ यौन शोषण करने वाले ग्राहकों को जमानत नहीं मिलना चाहिए। इसके लिए प्रदेश सरकार कानून में ठोस प्रावधान करे। इसके लिए शायना ने निजी संगठनों के साथ मिलकर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। बुधवार को शायना ने कहा कि रेड लाइट एरिया में जाने वाले ग्राहक बच्चियों को सौ-सौ रुपए दे कर यौन शोषण करते हैं। पुलिस जब ऐसे जगहों पर छापा मारती है। तो इन ग्राहकों को चेतावनी देकर छोड़ देती है। जबकि सरकार को ऐसा सख्त कानून बनाना चाहए, जिससे उन ग्राहकों को सख्त से सख्त सजा दी जा सके।

बाल यौन शोषण पर बनाई जा रही उपाय योजना
शायना ने कहा कि विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर बाल यौन शोषण पर काबू पाने के लिए उपाय योजना बनाई जा रही हैं। लोग इन सुझावों को मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। टीआईएसएस के चेयर प्रोफेसर डॉ. पी एम नायर ने कहा कि बाल यौन शोषण को रोकने के लिए गोवा में अलग से कानून बनाया गया है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार ने भी अपने स्तर पर कानून बनाया है। महाराष्ट्र सरकार को भी ठोस कानून बनाने की जरूरत है। जिससे कि आरोपियों को सख्त सजा मिल सके। नायर ने कहा कि बाल यौन शोषण से जुड़े मामले की जांच के लिए पुलिस को प्रोफेशनल ट्रेनिंग देना चाहिए। 

आरोपियों को जल्द मिल जाती है जमानत
बाम्बे हाईकोर्ट की पूर्व जज रोशन दलवी ने कहा कि बाल यौन शोषण के मामले के आरोपियों को जल्द जमानत मिल जाती है। जमानत मिलने के बाद आरोपियों का दोबारा गिरफ्त में आना मुश्किल होता है। इसलिए कानून में ऐसा प्रावधान किया जाना चाहिए कि आरोपियों को जल्द जमानत न मिल सके। तभी सख्त सजा हो पाएगी और पीड़ित को न्याय मिल सकेगा। दूसरी तरफ राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार साल 2016 में पास्को कानून के तहत महाराष्ट्र में 2292 मामले दर्ज किए। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों की गुमशुदगी के 1 लाख 11 हजार 569 प्रकरण दर्ज किए गए पर केवल 55 हजार 944 बच्चों को खोजा जा सका। 

अमरावती की लड़की को जब उसके परिजन ने बेच दिया
इस दौरान अमरावती की एक लड़की ने अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई। लड़की ने बताया कि मेरे माता और पिता नहीं है। मैं कक्षा 9 वीं पढ़ रही थी। तभी मेरे बड़े पिता ने एक महिला को बेच दिया। उस महिला ने मुझे मध्यप्रदेश में एक परिवार को बेच दिया था। उस परिवार ने मुझपर बहुत जुल्म किया। यौन शौषण किया। लेकिन बाद में मुझे वहां से बाहर आने में कामयाबी मिली। लड़की ने कहा कि अब मैं कक्षा 10 की परीक्षा देने वाली हूं। लड़की ने कहा कि मैं इन सब से बाहर आ चुकी हूं पर आसपास के लोगों की मानसिकता नहीं बदली है। लोग अभी भी उन चीजों को याद दिलाते हैं। मैं कहना चाहूंगी ऐसी घटनाओं से पीड़ित लड़कियों को अपनाने के लिए समाज को सोच बदलनी पड़ेगी। 

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