किसानों की मांगों को लेकर भाकपा ने किया आंदोलन
प्रदर्शन किसानों की मांगों को लेकर भाकपा ने किया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, भंडारा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्र सरकार द्वारा किसान विरोधी कानून रद्द कर किसान आंदोलन पीछे लेने का निर्णय लिया गया। लेकिन अब तक अपने आश्वासन पूर्ण न करने का आरोप लगाते हुए भाकपा व किसान सभा द्वारा सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान विरोध प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। महाराष्ट्र राज्य किसान सभा व भाकपा की ओर से जिला सचिव व दलित अधिकारी आंदोलन के जिला समन्वयक का. हिवराज उके व किसान सभा के जिलाध्यक्ष का. सदानंद इलमे के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने विश्वासघात दिवस पर आंदोलन किए गए। जिसके बाद विविध मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया गया। इस समय किसानों को उत्पादित माल को स्वामिनाथन आयोग की शिफारस के अनुसार भाव देने, एमएसपी कानून लागू करे, संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किए आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामले रद्द करे, आंदोलन व लखिमपुर खिरी हत्याकांड के किसानों व पत्रकारों को नुकसान भरपाई अदा करे सहित अन्य मांगांे को लेकर नारे लगाए गए। इस आंदोलन में का हिवराज उके, का. सदानंद इलमे, गजानन पाचे, माणिकराव कुकडकर, प्रियकला मेश्राम, वामन चांदेवार, दीपक गजभिए, विलास केजरकर, वाल्मीक नागपुरे, रत्नाकर मारवाडे, गणेश चिचामे, ताराचंद आंबाघरे, अरुण पडोले, महादेव पेसने, गोपाल वैद्य, विधाता शिंगाडे, अलका सतदेवे, महानंद गजभिए, शिवाजी मस्के, नंदकिशोर रामटेके सहित कार्यकर्ता शामिल हुए थे।