कोरोना : इम्प्रेस सिटी में सन्नाटा-लोगों ने घर से निकलना बंद किया, जिले के गांवों में 137 व्यक्ति होम क्वारंटाइन

कोरोना : इम्प्रेस सिटी में सन्नाटा-लोगों ने घर से निकलना बंद किया, जिले के गांवों में 137 व्यक्ति होम क्वारंटाइन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-30 09:14 GMT
कोरोना : इम्प्रेस सिटी में सन्नाटा-लोगों ने घर से निकलना बंद किया, जिले के गांवों में 137 व्यक्ति होम क्वारंटाइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रविवार को इम्प्रेस सिटी में रहने वाले 50 वर्षीय अधिवक्ता के पॉजिटिव आने के बाद से लाेग काफी डरे हुए हैं। पहले लोग सुबह-शाम के समय अलग-अलग घूमने के लिए निकलते थे। रविवार को जैसे ही कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर फैली, लोग घरों में बंद हो गए। गेट पहले से ही बंद है। विशेष बात यह है कि कृष्ण भक्त होने की वजह से सोसायटी के मंदिर की जिम्मेदारी अधिवक्ता पर है। इस ग्रुप में 30-40 लोग हैं। इम्प्रेस सिटी में करीब 100 परिवार रहते हैं। अधिवक्ता की पत्नी, बेटा और बेटी को रविवार दोपहर में ही एनएमसी की टीम अपने साथ ले गई।

जिले के गांवों में 137 व्यक्ति होम क्वारंटाइन
 
कोरोना संक्रमण को लेकर सुबह से लेकर शाम तक चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि, गांव पूरी तरह सुरक्षित है, इसलिए अभी तक गांवों में कोई भी मरीज पॉजिटिव नहीं मिला है। इसके मायने यह कदापि नहीं है कि, वहां खतरा नहीं है। जिले के गांवों में भी 137 व्यक्ति होम क्वारंटाइन हैं। जो होम क्वारंटाइन हैं, उनमें पिछले एक महीने में अधिकांश विदेश से आए हैं। राहतभरी खबर यह है कि, उनमें से कोई भी आज तक कोरोना पॉजिटिव नहीं है।
कोरोना संक्रमण को लेकर विदेश यात्रा से आने वालों पर प्रशासन की पैनी नजर है। संक्रमण प्रभावित 12 देशों की यात्रा से लौटने वालों की विमानतल पर थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें सीधे आमदार निवास में क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। ऐसे कुछ लोग हैं, जो विमान से मुंबई या देश के अन्य अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर पहुंचे और वहां से ट्रेन का सफर कर जिले में दाखिल हुए, ऐसे लोगों की प्रशासन जानकारी जुटा रहा है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने वालों को 48 घंटे बाद विधायक निवास क्वारंटाइन से घर पहुंचाया जा रहा है। उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके नियमित संपर्क में है। वहीं जिनकी उम्र 60 वर्ष के पार है या शुगर, ब्लडप्रेशर के शिकार हैं, उन्हें 14 दिन आमदार निवास क्वारंटाइन में रखकर उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।

लॉक डाउन का सदुपयोग स्वच्छता लिए करें
 
शहर लॉक डाउन है। सड़कें सुनसान पड़ी है। इस कालावधि का शहर की स्वच्छता के लिए उपयोग किया जा सकता है। मनपा प्रशासन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश महापौर संदीप जोशी और स्वास्थ्य समिति सभापति वीरंेद्र कुकरेजा ने दिए हैं। लॉक डाउन के चलते नागरिक घरों में हैं। केवल अत्यावश्यक काम के चलते कुछ लोग बाहर िनकल रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। शहर की स्वच्छता के लिए यह अच्छा समय है। स्वच्छता के दौरान धूल उठने से किसी को परेशानी भी नहीं होगी। सड़कों के किनारे पड़ा कचरा, िनर्माण सामग्री, फुटपाथ पर पड़ी गंदगी तथा शहर को विद्रुप करने वाली सामग्री हटाकर शहर को साफ-सुथरा िकया जा सकता है। शहर साफ-सुथरा होने से कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में भी मदद होगी। इस मौके का फायदा उठाकर 15 अप्रैल तक शहर स्वच्छ करने के िनर्देश दिए गए हैं।
 

 

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