अण्णाभाऊ महामंडल कार्यालय तोड़ने के मामले में सरकार को नजर आ रही साजिश
अण्णाभाऊ महामंडल कार्यालय तोड़ने के मामले में सरकार को नजर आ रही साजिश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार को उपनगर के दहिसर स्थित लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे आर्थिक विकास महामंडल कार्यालय की सील तोड़कर फाइलें चोरी के मामले में साजिश नजर आ रही है। प्रदेश के सामाजिक न्याय राज्य मंत्री दिलीप कांबले ने आशंका जताई है कि अण्णाभाऊ साठे महामंडल के पूर्व अध्यक्ष विधायक रमेश कदम ने जानबूझ करके अपने समर्थकों को कार्यालय की सील तोड़ने के लिए भेजा था।
कांबले ने कहा कि अण्णाभाऊ साठे महामंडल में हुए घोटाले के आरोप में कदम आर्थर रोड जेल में बंद है। शायद वह जेल में अपने करीबों लोगों को बुलाना चाह रहा होगा। इसलिए रमेश के भाई उमेश कदम ने अपने समर्थकों के साथ कार्यालय का सील तोड़ा। उन्होंने कहा कि यह जानते हुए भी परिसर में सीसीटीवी है वह लोग विधायक रमेश की गाड़ी में बैठ करके आए थे। कांबले ने कहा कि कार्यालय का सील तोड़ने के आरोप में उमेश कदम समेत चार लोग आर्थर रोड जेल में बंद हैं।
कांबले ने कहा कि विधायक कदम अपने भाई सहित अन्य लोगों के साथ जेल में कुछ षडयंत्र कर सकता है। इसलिए हमने जेल प्रशासन को विधायक कदम के भाई और अन्य आरोपियों को दूसरे जिले में रखने का निर्देश दिया है। कांबले ने कहा कि पिछले दो सालों में जेल में बंद रहने के दौरान विधायक कदम का बर्ताव ठीक नहीं रहा है।
इससे कारण संदेह और गहरा हो रहा है। इससे पहले 4 मई को महामंडल की सील तोड़कर फाइलें चोरी करने के मामले में दहिसर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। उपनगर के दहिसर के हनुमान टेकडी में अण्णा भाऊ साठे आर्थिक विकास महामंडल का कार्यालय है।