कोराड़ी में प्रस्तावित यूनिट का विरोध, जांच के लिए पहुंची समिति

कोराड़ी में प्रस्तावित यूनिट का विरोध, जांच के लिए पहुंची समिति

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-01 09:50 GMT
कोराड़ी में प्रस्तावित यूनिट का विरोध, जांच के लिए पहुंची समिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोराड़ी में प्रस्तावित 660 मेगावाट की दो यूनिट के विरोध में नागपुर क्लाइमेट क्राइसिस कमेटी की टीम दिल्ली जाकर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से भेंट की थी। इसके बाद मंत्रालय की ओर से कोराड़ी में वास्तविक स्थिति की जांच के लिए टीम गुरुवार को नागपुर पहुंची और कोराड़ी का निरीक्षण किया। विदर्भ कृति समिति समेत शहर के कई पर्यावरण संगठन के प्रतिनिधियों ने टीम से मिलकर उन्हें यूनिट शुरू किए जाने के विरोध में ज्ञापन सौंपा। कोराडी के आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर जांचने के लिए केंद्रीय पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से गठित कमेटी में अध्यक्ष डॉ. एनपी शुक्ला, सदस्य गुरुराज कुंद्रागी, एस. एन. मंडल,  डॉ. एस .के .पालीवाल,  एस. के. अडापा, एन. सुब्रमण्यम शामिल हैं। 

बता दें कि विदर्भ कृति समिति ने कोराड़ी में दो यूनिट शुरू करने का विरोध करते हुए इसे हर तरीके से घातक बताया है। समिति का मानना है नागपुर में जिस तेजी से पोल्यूशन बढ़ रहा है उसका एक कारण बढ़ती विद्युत इकाइयां और उससे निकलने वाला दूषित वायु और पानी है। इस तरह की इकाइयों से जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है वहीं इसके आसपास रहने वालों को स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर होता है।

कोराड़ी में नए औष्णिक विद्युत प्रकल्प बनाने से पानी की भी आवश्यकता होगी जबकि जिले में पानी की स्थिति बिकट बनी हुई है। बढ़ते तापमान और जलसंकट का सामना नगरवासियों को करना पड़ रहा है। जिले के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है ऐसी स्थिति में इस प्रोजेक्ट के लिए पानी देकर जनता के साथ अन्याय हो सकता है। विदर्भ कृति समिति ने इस संदर्भ में ऊर्जामंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए ज्ञापन सौंपा था।  ज्ञापन में समिति ने सौर ऊर्जा प्रकल्प को लेकर नई योजना लाने का सुझाव भी दिया था। समिति की मांगों को ऊर्जा मंत्री ने सुनकर  आश्वासन दिया था ।  सौरऊर्जा प्रकल्प को लेकर अब तक कोई प्रोजेक्ट न आने पर समिति ने नाराजगी जताई है।

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