मरीज की शिकायत पर आधी रात जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर
मरीज की शिकायत पर आधी रात जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर
डिजिटल डेस्क, सतना। एक मरीज के परिजन की शिकायत पर कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात जिला अस्पताल पहुंच गए। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचने के बाद कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. एसबी सिंह को मोबाइल पर कॉल किया तो सीएस ने आदत के मुताबिक कलेक्टर का कॉल भी अटेण्ड नहीं किया। इस पर उन्होंने जिला योजना समिति की बैठक में सोमवार को सिविल सर्जन को जमकर फटकार लगाई। गौरतलब है कि दस्तक की रोजाना समीक्षा स्वयं रीवा कमिश्नर डॉ. अशोक भार्गव एवं जेडी डॉ. एसके सालम कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला ?
हुआ यूं कि बिरसिंहपुर निवासी 30 वर्षीया मीना द्विवेदी करीब दो माह के गर्भ से है। शुक्रवार की दोपहर अचानक मीना को रक्तस्त्राव होने लगा जिसके कारण मीना को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉ. रूपेश सोनी ने उपचार शुरू किया मगर कुछ देर बाद ही उन्होंने हाईरिस्क प्रेगनेंसी मानते हुए मीना को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन जिला अस्पताल में भर्ती करने से पहले पुष्पांजलि नर्सिंग होम्स ले गए जहां कुछ घंटे उपचार करने के बाद स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। थकहार कर परिजन रात को जिला अस्पताल पहुंचे और मीना को वहीं भर्ती कर दिया। लेकिन मेटरनिटी विंग में कोई भी स्त्रीरोग चिकित्सक नहीं मिला। इस पर मीना के घरवालों ने आधी रात को कलेक्टर को फोन लगा दिया।
कलेक्टर ने रात को की सीएमएचओ से बात
एक फोन कॉल पर कलेक्टर रात को करीब डेढ़ बजे जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने भी देखा कि मेन ओपीडी में डॉ. सुधीर सिंह ड्यूटी पर हैं मगर मेटरनिटी विंग की ओपीडी से स्त्रीरोग चिकित्सक लापता हैं। कलेक्टर ने मौके से ही सिविल सर्जन को कॉल किया मगर सीएस ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. विजय आरख को कॉल किया। डॉ. आरख ने तुरंत ही कलेक्टर का कॉल अटेण्ड कर लिया। डीएम ने पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए सीएमएचओ को जिला अस्पताल का निरीक्षण करने को कहा। इस बीच कॉल पर अस्पताल पहुंचीं डॉ. रेखा त्रिपाठी का सामना कलेक्टर से हो गया। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि ड्यूटी पर डॉ. आरके तिवारी को रहना था मगर अमरपाटन में कोई डॉक्टर न होने से वो नहीं आए।