कांग्रेस की आपत्ति पर CMO का जवाब, NGO के निवेदन पर वीडियो में नजर आए सीएम
कांग्रेस की आपत्ति पर CMO का जवाब, NGO के निवेदन पर वीडियो में नजर आए सीएम
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नदियों के संरक्षण के संदेश वाले वीडियो को लेकर मुख्यमंत्री कार्य़ालय ने स्पष्टीकरण दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि यह वीडियो किसी सरकारी विभाग ने नहीं बल्कि नदी शुद्धिकरण के लिए कार्य करने वाली स्वमसेवी संस्था (NGO) रिवर मार्च ने तैयार किया है। इसका सरकार से कोई संबंध नहीं है। प्रदेश कांग्रेस ने इस वीडियो में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के दिखाई देने पर आपत्ति जताई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय का स्पष्टीकरण
बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुंबई की नदियों को स्वच्छ करने के लिए ईशा फाउंडेशन, रिवर मार्च सहित कई अन्य संगठन कई वर्षो से कार्य कर रहे हैं। इन संगठनों ने मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस से इस संबंध में सम्पर्क किया था। मुख्यमंत्री ने भी इन संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक कर नदी शुद्धिकरण प्राधिकरण स्थापित करने का निर्देश दिया था। इस अभियान को गति देने के लिए रिवर मार्च ने एक वीडियो तैयार करने का फैसला लिया।
महाराष्ट्र कांग्रेस ने जताई थी आपत्ति
रिवर मार्च ने मुख्यमंत्री व उनकी पत्नी से निवेदन किया कि वे इस वीडियो के माध्यम से संदेश देंगे तो हमारे अभियान को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस लिए मुख्यमंत्री ने इस वीडियो में दिखाई देने के लिए सहमति प्रदान की थी। संस्था के निवेदन पर मुंबई मनपा आयुक्त सहित दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी इस वीडियो में कार्य करने के लिए तैयार हुए। मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि संस्था ने बताया था कि इस वीडियो को किसी तरह का व्यवसायिक इस्तेमाल नहीं होने वाला है।
NGO के निवेदन पर CM ने वीडियो में किया काम
वीडियो टी-सीरिज ने तैयार नहीं किया है। इस कंपनी ने केवल इस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड करने का कार्य किया है। इसके लिए सरकार ने पैसे नहीं खर्च किए हैं। मुख्यमंत्री इस तरह के सामाजिक कार्य में अपना सहयोग देते रहे हैं। गौरतलब है कि इस वीडियो में मुख्यमंत्री अपनी पत्नी अमृता के साथ दिखाई दिए हैं।