ठंड के कारण रबी की धान नर्सरी पर मंडरा रहे संकट के बादल
भंडारा ठंड के कारण रबी की धान नर्सरी पर मंडरा रहे संकट के बादल
डिजिटल डेस्क, भंडारा। रबी धान फसल उत्पादन के मौसम में तहसील के हजारों हेक्टयर क्षेत्र में रबी धान फसल की रोपाई की जाती है। इस वर्ष ठंड के कारण धान फसल पर खतरा मंडरा रहा है। लाखांदुर तहसील के चौरास क्षेत्र में किसानों द्वारा कृषि बिजली पंप द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कर रबी धान फसल की रोपाई की जाती है। जबकि कुछ क्षेत्रों में इटियाडोह बांध सिंचाई सुविधा के तहत रबी धान फसल की रोपाई की जाती है। कुल मिलाकर दोनों सिंचाई सुविधा के तहत तहसील के लगभग 7000 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी धान फसल रोपाई की संभावना है। बेमौसम बारिश से तहसील में हो रही ठंड में वृद्धि से किसानों द्वारा धान नर्सरी की बुआई में देरी की जा रही है। कुछ किसानों द्वारा बुआई हुए धान नर्सरी की बढ़ती ठंड के कारण पर्याप्त उगाई नहीं होने का आरोप लगाया जा रहा है। जिसके कारण पर्याप्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद नर्सरी की उगाई में ठंड की बाधाओं से इस वर्ष रबी धान फसल रोपाई विलंब से की जा सकती है। जिसके कारण रबी धान सीजन पर इस वर्ष विलंब होने की चर्चा की जा रही है।
इटिया डोह बांध से 1600 हेक्टेयर क्षेत्र की रबी फसलों की होगी सिंचाई : पूर्व विदर्भ के गोंदिया, भंडारा व गड़चिरोली जिले के हजारों हेक्टेयर क्षेत्र बाघ इटिया डोह बांध के तहत हर वर्ष सिंचाई सुविधा उपलब्ध की जाती है। हालांकि इस वर्ष इस बांध में कुल 69.25 प्रश.जलसंग्रहण शेष है। जिसके कारण इस वर्ष रबी में धान फसल सिंचाई के लिए तीनों जिले में 35:25:40 प्रश.क्षेत्र में पानी उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। हालांकि बांध के लाभक्षेत्र में तीनों जिलों के कुल 6400 हेक्टेयर क्षेत्र है। जिसके अनुसार इस वर्ष रबी के दौरान भंडारा जिले के लाखांदुर तहसील में 25 प्रश सिंचाई के अनुसार कुल 1600 हेक्टेयर क्षेत्र के रबी धान फसल के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध किए जाने की जानकारी है। इस वर्ष इटिया डोह बांध में केवल 69.25 प्रश जलसंग्रहण होने से भंडारा जिले के लाखांदुर तहसील के केवल 25 प्रश. क्षेत्र में सिंचाई उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। जिसके अनुसार तहसील के कुल 12 पानी उपयोग संस्थाओं के कुल 1600 हेक्टेयर लाभ क्षेत्र में रबी के सिंचाई सुविधा उपलब्ध किए जाने की जानकारी है। इस संस्थाओं में लाखांदुर तहसील के पुयार,सोनी,मडेघाट,कन्हालगांव, चप्राड,पिपलगांव/को.(2), लाखांदुर, दांड़ेगांव, मानेगांव, बोरगांव व बारव्हा आदि संस्थाओं का समावेश है।
100 प्रतिशत हुई है रबी की धान की बुआई
इस वर्ष रबी के दौरान इटिया डोह बांध के तहत तहसील के कुल 1600 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। जिसके अनुसार पिछले 16 जनवरी 29 जनवरी तक इस बांध के तहत तहसील के लाभक्षेत्र में पहले चरण में रबी धान नर्सरी बुआई के लिए पानी छोड़ा गया है। जिसके तहत तहसील के लाभक्षेत्र के किसानों द्वारा लाभक्षेत्र में लगभग 100 प्रश. रबी धान नर्सरी की बुआई होने की जानकारी दी गई। सिंचाई के लिए छोड़ेंगे पानी रबी में धान फसल सिंचाई के लिए कुल 11चरणों में इटिया डोह बांध के तहत नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। जिसके तहत किसानों को रबी के दौरान धान फसल की सिंचाई करनी होगी।हालांकि रबी धान नर्सरी बुआई के लिए पहले चरण का पानी छोड़ा गया है। जिससे अब पूरे रबी में केवल 10 चरणों में पानी उपलब्ध किया जाएगा।इस स्थिति में किसानों को सिंचाई के दौरान पानी का नियोजन करना जरूरी हुआ है।