डस्टबिन ही उठा ले गए चोर, नागपुर कैसे बनेगा स्वच्छता में नंबर-1 ?
डस्टबिन ही उठा ले गए चोर, नागपुर कैसे बनेगा स्वच्छता में नंबर-1 ?
डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्वच्छता को लेकर शहर फिर चर्चा में है। हाल में स्वच्छता सर्वेक्षण लीग प्रीमियम की रैंकिंग जारी हुई। रैंकिंग के दो चरणों में महानगरपालिका (मनपा) की स्थिति में कुछ सुधार हुआ, लेकिन तीसरे चरण की रैंकिंग जारी नहीं की गई है। मनपा को इसी रैंकिंग में नंबर घटने की आशंका है। इसके कई कारण भी हैं, जिस पर मनपा का मंथन जारी है।
इस मंथन के बीच नागपुर मनपा द्वारा शहर में गीला-सूखा कचरा संकलन के लिए सड़क किनारे लगाए 1200 डस्टबिन में से आधे से ज्यादा गायब और चोरी होने का खुलासा हुआ है। डस्टबिन गायब नहीं होने से राहगीरों और जनता को कचरा जमा करने के लिए कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इस कारण शहर में सड़क या फुटपाथ पर कचरे जमा होने के मामले बढ़ गए हैं। फिलहाल कितने डस्टबिन गायब हुए हैं, यह मनपा को भी नहीं पता। मनपा स्वास्थ्य विभाग ने चोरी गए डस्टबिन की गणना के निर्देश दिए हैं।
यह था उद्देश्य
स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान अंतर्गत पिछले साल मनपा ने गीला-सूखा कचरा अलग-अलग जमा करने के लिए प्रत्येक घर में नीला और हरा डस्टबिन देने की योजना शुरू की थी। फिलहाल कोर्ट के आदेश के बाद यह योजना ठंडे बस्ते में है। इसी दौरान मनपा ने शहर के सड़क किनारे हरे और नीले रंग के डस्टबिन लगाए थे, ताकि जनता या राहगीर कचरा और सड़कों पर न फेंकते हुए उसे डस्टबिन में डालें।
ले भागे चोर
शहर में करीब 1200 डस्टबिन लगाए गए थे। डस्टबिन रखने के लिए बाकायदा लोहे के एंगल भी लगाए गए थे। सभी प्रमुख सड़कों पर यह व्यवस्था की गई थी, किन्तु देखते ही देखते डस्टबिन एक-एक कर गायब होने शुरू हो गए। पता चला कि चोर लोहे के एंगल तोड़ कर उसे चुराकर ले गए।
कुछ जगह चल रहे काम
कुछ जगह फुटपाथ के कामों के कारण डस्टबिन निकाल कर रखे गए है। ऐसे में आधे से ज्यादा सड़कों से इन दिनों डस्टबिन गायब है। इमामवाड़ा, कस्तूरचंद पार्क रोड, कामठी रोड, किंग्सवे रोड, मोदी नंबर-3, नेताजी मार्केट, शनि मंदिर रोड सहित अन्य स्थानों से डस्टबिन गायब देखे जा सकते है।
अभियान को तगड़ा झटका
डस्टबिन नहीं होने से सड़कों पर कचरा जमा हो रहा है और मनपा के स्वच्छता अभियान को तगड़ा झटका लग रहा है। फिलहाल मनपा स्वास्थ्य समिति के सभापति वीरेंद्र कुकरेजा ने कहा कि ऐसे डस्टबिन में ऑटो सेंसर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे डस्टबिन में कचरे भरने और डस्टबिन चोरी होने की जानकारी तुरंत मिलेगी।