हॉस्टल हो रहे खाली, पीने का पानी तक नसीब नहीं
हॉस्टल हो रहे खाली, पीने का पानी तक नसीब नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बीते 15 दिन से जलसंकट झेल रहे दीक्षाभूमि स्थित चित्रकला महाविद्यालय प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर दिए। प्रशासन ने कॉलेज के साथ-साथ हॉस्टल में पानी न होने की घोषणा कर दी है। महाविद्यालय की ओर से छात्रावास में रह रही 50 छात्राओं को नागपुर में कहीं और रहने का प्रबंध करने को कहा है। बावजूद इसके अगर वे हॉस्टल में रहना चाहें, तो उन्हें खुद ही पानी का इंतजाम करना होगा।
काम नहीं आई गुहार
महाविद्यालय अधिष्ठाता विनोद मानकर ने इसकी पुष्टि भी की है। उन्होंने बताया कि उनका महाविद्यालय भीषण जलसंकट से लंबे समय से जूझ रहा है। बीते 15 दिनों में स्थिति बहुत विकराल हो गई है। मनपा से जलापूर्ति की गुहार लगाई, पीडब्ल्यूडी से कॉलेज में बोरवेल खुदवा कर देने की विनती की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। पिछले 15 दिन में दो तीन बार अपने खर्च पर पानी का टैंकर मंगाना पड़ा। पीने के पानी के लिए कैन मंगाने की नौबत आई। महाविद्यालय के 300 विद्यार्थियों और 50 स्टॉफ को यह समस्या झेलनी पड़ रही है। लिहाजा, महाविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली 50 छात्राओं को अपने रिश्तेदारों के यहां चले जाने को कहा गया है।
यह है स्थिति
बता दें कि नागपुर में जलसंकट के कारण मनपा ने एक दिन के अंतराल पर जलापूर्ति की घोषणा की है। कई जगहों पर पानी आ भी रहा है, तो उसका दबाव बहुत कम है। इसके पूर्व शहर के वाचनालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से भी अपने घर से पीने का पानी लाने को कहा गया था।
गौरतलब है कि इसी तरह के हालात दो दिन पूर्व शहर की लाइब्रेरी में बनी है। लाइब्रेरी में पीने का पानी नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को अपने लिए पीने का पानी साथ में लाने का फरमान जारी किया गया। शहर में विगत दिनों से एक दिन के अंतराल की जा रही जलापूर्ति के चलते ऐसे हालात बनने की चर्चा है।