महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री के बारे में मुख्यमंत्री ही लेंगे फैसला
महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री के बारे में मुख्यमंत्री ही लेंगे फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना चुनाव के दौरान भले ही यह कहती रही हो कि मुख्यमंत्री उनके पार्टी का बनेगा, लेकिन एग्जिट पोल्स के नतीजों के बाद शिवसेना के खाते में उपमुख्यमंत्री पद आयेगा या नही इसको लेकर संशय है। भाजपा के एक बडे नेता ने यहां अनौपचारिक बातचित में यह संकेत दिए है कि उपमुख्यमंत्री भी पार्टी का ही बन सकता है। हालांकि उन्होने कहा है कि उपमुख्यमंत्री कौन होगा या यह पद किसे देना है इसका फैसला राज्य में पार्टी के जो मुख्यमंत्री बनेंगे वही तय करेंगे। यहां पार्टी मुख्यालय में बातचीत में उन्होने कहा कि शिवसेना भले ही यह इच्छा रखती हो कि उपमुख्यमंत्री पद उसे मिलना चाहिए, लेकिन यह तय करने का उसका अधिकार नही होगा। उन्होने कहा कि भाजपा अच्छी स्थिति में वापसी कर रही है और पार्टी का मुख्यमंत्री ही यह फैसला लेंगे कि उपमुख्यमंत्री कौन बनेगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि राज्य में जिन मंत्रियों के टिकट काटे गए है उनकों संगठन में काम करना होगा। संगठन में काम करते हुए उन्हे आगे अवसर दिया जायेगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने फडणवीस सरकार में मंत्री रहे विनोद तावडे, चंद्रशेखर बावनकुले, एकनाथ खडसे, प्रकाश मेहता आदि को टिकट नही दिया है। उन्होंने अनुमान जताया कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 212 के करीब सीटें मिलेगी। उन्होने प्रदेश में राष्ट्रवादी के प्रभाव को पश्चिम महाराष्ट्र तक सीमित बताते हुए यह माना कि एनसीपी से ज्यादा कांग्रेस का राज्य में अब भी प्रभाव है, लेकिन पार्टी की गलतियों की वजह से उनके बड़े नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ सकता है। उन्होने दावा किया कि भाजपा कोंकण में इलाके में स्वीप कर रही है।