इंजीनियरिंग में बदलाव, पूरे एक सेमिस्टर इंटर्नशिप 

इंजीनियरिंग में बदलाव, पूरे एक सेमिस्टर इंटर्नशिप 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-20 08:00 GMT
इंजीनियरिंग में बदलाव, पूरे एक सेमिस्टर इंटर्नशिप 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंजीनियरिंग क्षेत्र से मुंह फेरने वाले स्टूडेंट्स लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इंजीनियरिंग के विकल्प में अब करियर बनाने वालों की संख्या भी बढ़ रही फलस्वरूप दिन-ब-दिन बदहाल होती इंजीनियरिंग की शिक्षा प्रणाली में  नागपुर यूनिवर्सिटी एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। यूनिवर्सिटी  ने तैयारी की है कि, इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान पूरा एक सेमिस्टर विद्यार्थियों से इंटर्नशिप कराई जाए। दरअसल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और अखिल भारतीय तंत्र शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने विवि को कुछ दिन पूर्व यह निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद यूनिवर्सिटी  इसे शैक्षणिक सत्र 2019-20 में लागू करने जा रहा है। 

थर्ड ईयर से हो सकती है अनिवार्य
संभवत: थर्ड ईयर से विद्यार्थियों को इंटर्नशिप करना जरूरी होगा। इसी के आधार पर उनका क्रेडिट स्कोर निर्भर होगा। दरअसल नागपुर यूनिवर्सिटी  से संलग्न इंजीनियरिंग कॉलेजों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि, यहां से इंडस्ट्री के अनुरूप मनुष्यबल तैयार नहीं हो पाता। विद्यार्थी को नौकरी देने के बाद कंपनियों का एक बड़ा समय उनकी ट्रेनिंग में खर्च करना होता है। उनकी इस ट्रेनिंग में कई विद्यार्थी खरे नहीं उतर पाते। ऐसे में कंपनियों का भी इसमें समय व्यर्थ होता है। यदि विद्यार्थी अपडेट होंगे, उन्हें आधुनिक तकनीक का ज्ञान होगा, थोड़ा बहुत अनुभव होगा, तो कंपनियां उन्हें आसानी से नौकरियां देंगी। कई कंपनियां पहले से ही थोड़ा बहुत अनुभव प्राप्त विद्यार्थियों को प्लेसमेंट देना पसंद करती हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी को उम्मीद है कि, यह बदलाव विद्यार्थियों को बेहतर प्लेसमेंट दिलाएगा। 

ऑफिस कल्चर में ढलने में मदद करेगी
दूसरा मुद्दा यह कि कई विद्यार्थी कॉलेज लाइफ से आफिस लाइफ का बड़ा शिफ्ट सहन नहीं कर पाते। ऑफिस के दबाव में अपनी पहली नौकरी छोड़ देते हैं। 6 महीने की इंटरर्नशिप उन्हें ऑफिस कल्चर में ढलने में भी मदद करेगी। यूनिवर्सिटी  प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने कहा है कि, इसी शैक्षणिक सत्र में यह निर्णय लागू होगा, जो विद्यार्थियों के लिए खासा फायदेमंद साबित होगा। 

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