कुसेड़ी बैंक से 8 लाख की चोरी का मामला
सतना कुसेड़ी बैंक से 8 लाख की चोरी का मामला
डिजिटल डेस्क, सतना। अमदरा थाना क्षेत्र के कुसेड़ी में मध्यांचल ग्रामीण बैंक का लॉकर काटकर लाखों की रकम पार करने वाले बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस के हाथ चौबीस घंटे बाद भी खाली हैं। पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने 10 हजार का इनाम घोषित करने के साथ ही मैहर एसडीओपी हिमाली सोनी के नेतृत्व में 5 अलग-अलग टीमें बनाई हैं, जिनको जल्द से जल्द ठोस सुराग खोज लाने की जिम्मेदारी दी गई है। एक टीम को कटनी भेजा गया है, तो दूसरी टीम हाइवे पर संचालित सभी टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। तीसरी टीम को बैंक एवं घटना स्थल से मैहर एवं कटनी की तरफ जाने वाले मार्ग पर लगे कैमरों की रिकार्डिंग की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। चौथी टीम सतना समेत आसपास के जिलों में बैंक व एटीएम में लूट और चोरी के अपराधों की सूची बनाकर पकड़े गए अपराधियों की वर्तमान गतिविधियों का पता लगा रही है। इनके अलावा साइबर टीम को तकनीकी सपोर्ट उपलब्ध कराने का टॉस्क दिया गया है। इसी के साथ एसपी ने किसी प्रकार का सुराग देने पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया है।
साथ ले गए ऑक्सीजन सिलेंडर —-
बैंक का लॉकर काटने के लिए चोर ने एलपीजी और ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल किया था, लेकिन मौके पर पुलिस को सिर्फ एलपीजी सिलेंडर ही मिला। शातिर बदमाश भागते समय नकदी के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर भी ले गया। उक्त सिलेंडर में एक सीरियल नम्बर होता है, जिसके जरिए चोर तक पहुंचने में मदद मिल सकती थी। इस बात से अपराधी भलीभांति वाकिफ था। बैंक में अंदर की तरफ लॉकर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में चोर गैस कटर से तिजोरी काटते दिख रहा है, इसके अलावा किसी भी कैमरे में रात 2 बजे के बाद कुछ रिकार्ड नहीं हुआ। इसी वजह से यह स्पष्ट नहीं है कि वारदात में एक आरोपी शामिल था अथवा कई लोग थे, बाहर की तरफ भी कैमरे नहीं लगे हैं। पुलिस को पीछे की दीवार पर रोशनदान तक पहुंचने में इस्तेमाल की गई लकड़ी की सीढ़ी भी मिली है। वारदात में प्रोफेशनल अपराधी अथवा गैंग के शामिल होने की आशंका को देखते हुए ऐसे सभी गिरोहों की गतिविधियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
बैंक की ऑडिट से कैश की स्थिति होगी स्पष्ट —-
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि कुसेड़ी बैंक में अधिकतम कैश लिमिट 10 लाख रुपए है। इससे ज्यादा नकदी रखने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय से अनुमति लेना आवश्यक होता है। लॉकर के जिस हिस्से को काटा गया, उसमें बैंक बंद होते समय उपलब्ध 7 लाख 80 हजार रुपए रखे गए थे। कुल रकम के बारे में बैंक की इंटर्नल ऑडिट के बाद ही पता चल सकता है। अभी तक बैंक प्रबंधन की तरफ से अंतिम रिपोर्ट नहीं मिली है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में संचालित बैंकों की सुरक्षा पर सवालियां निशान लग गए हैं। कुसेड़ी में भी सीसीटीवी कैमरों की खराबी और सुरक्षाकर्मी की तैनाती नहीं होने की बात सामने आई है।