निर्माण की कछुआचाल, ठेकेदार पर एक्शन, वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट, उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावासों के निर्माण का मामला

सिवनी निर्माण की कछुआचाल, ठेकेदार पर एक्शन, वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट, उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावासों के निर्माण का मामला

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-29 12:49 GMT
निर्माण की कछुआचाल, ठेकेदार पर एक्शन, वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट, उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावासों के निर्माण का मामला

डिजिटल डेस्क, सिवनी। शहर के उत्कृष्ट विद्यालय में 6.81 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे 100-100 सीटर बालक-बालिका छात्रावास के निर्माण की कछुआचाल पर लोक निर्माण विभाग की पीआईयू शाखा ने एक्शन लिया है। पीआईयू के डिवीजनल प्रोजेक्ट इंजीनियर कमल किशोर सिंगारे ने ठेकेदार का वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट कर दिया है। इससे पूर्व भी ठेकेदार रमाकांत राय को विभाग द्वारा कई बार नोटिस जारी कर निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे, वहीं दो बार वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट भी किया गया था। अब तीसरी बार वर्क एग्रीमेंट टर्मिनेट किए जाने से नियमानुसार नए सिरे से टेण्डर जारी किए जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

18 माह में करना था निर्माण

उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए बनाए जा रहे अलग-अलग छात्रावास का निर्माण कार्य अनुबंध की शर्तों के अनुसार 18 माह में पूरा करके देना था। निर्माण का कार्यादेश 21 अक्टूबर 2019 को जारी किया गया था। इसका ले आउट १४ अक्टूबर २०२० को डाला गया। अनुबंध की शर्तों के तहत ठेकेदार द्वारा काम नहीं किया जा रहा था और दो साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी अब तक एक भी छात्रावास का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। बालक छात्रावास के तो केवल पिलर ही खड़े हो पाए हैं।

किराए पर रह रहे छात्र-छात्राएं  

छात्रावास निर्माण प्रारंभ होने से उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ ही विद्यालय का शैक्षणिक स्टाफ भी खुश था। छात्र-छात्राओं में उम्मीद जागी थी कि अब उन्हें किराए के महंगे कमरों में नहीं रहना पड़ेगा, लेकिन छात्रावास निर्माण की चाल इतनी धीमी रही कि आगामी सत्र में भी इनके पूरे होने को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

अतिक्रमण भी नहीं हटाए गए

उत्कृष्ट  विद्यालय के पीछे की ओर बन रहे छात्रावासों से लगे मैदान पर कई अतिक्रमण भी हैं। अतिक्रमण कर यहां बनाए गए आवासों को हटाने के लिखित निर्देश कलेक्टर डॉ. हरिदास फटिंग द्वारा तहसीलदार व नगर पालिका सीएमओ को दिए गए थे, लेकिन एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है। अतिक्रमण न हटाए जाने से मैदान की बाउण्ड्रीवाल व नाली निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है।

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