कैप्टन अरुण का निधन, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
बीड कैप्टन अरुण का निधन, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
डिजिटल डेस्क, बीड। राष्ट्रपति वीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित कैप्टन अरुण का निधन हो गया, वे काफी समय से बीमार चल रहे थे, उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। 30 अक्टूबर को उनके गांव पांचगेगांव में हजारों के उपस्थित में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। जानकारी के अनुसार अरुण रामलिंग माली अपने पिता स्वतंत्र सैनिक रामलिंग माली के नक्शे कदम पर चलते हुए फौज में शामिल हुए। 28 साल से अपनी सेवा दे रहे थे, बीमारी के चलते अस्पताल में उपचार जारी था। 29 अंक्टूबर को आखिरकार दम तोड़ दिया। 30 अक्टूबर की सुबह उनका पार्थिव शरीर पाचेगांव लाया गया। अंतिम यात्रा में पूर्व सैनिक , पुलिस प्रशासन , राजस्व विभाग , नेताओं सहित हजारों के उपस्थित में अंतिम संस्कार किया गया ।
राष्ट्रपति वीरचक्र पुरस्कार से सम्मानित
1990 में शांती सैन्य दल में कैप्टन अरुण माली ने देश सीमा पर रक्षा करते समय चार से पांच आंतकवादियों को मौत के घाट उतारा था। इस कार्य के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण के हाथों वीरचक्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।