BSNL कर्मचारियों को दो माह से नहीं मिला वेतन, 565 कर्मचारी ले रहे वीआरएस
BSNL कर्मचारियों को दो माह से नहीं मिला वेतन, 565 कर्मचारी ले रहे वीआरएस
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन देने के लिए प्रसिद्ध भारत संचार निगम लिमिटेड के सितारे गर्दिश में चल रहे है। नवंबर माह का वेतन अब तक नहीं मिल सका और 6 दिन बाद दिसंबर महीना भी खत्म होने को है। 54 दिन बाद भी कर्मचारी वेतन को तरस रहे हैं। इधर स्वेच्छानिवृत्ति (वीआरएस) योजना के तहत नागपुर से बीएसएनएल के 565 कर्मचारी वीआरएस ले रहे हैं।
बीएसएनएल अपने कर्मचारियों को महीने की आखिरी तारीख को वेतन देता है। पिछले कुछ महीनों से बीएसएनएल समय पर अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहा है। अक्टूबर का वेतन 8 नवंबर को हुआ और नवंबर का वेतन 24 दिसंबर की रात तक नहीं हो सका था। 31 दिसंबर को नवंबर का वेतन भी होगा या नहीं यह अभी तय नहीं हो सका है। कर्मचारी अपने स्तर पर जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इन्हें कहीं से भी सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। बीएसएनएल नागपुर जिले में 1000 अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं। इधर वीआरएस के लिए जिले से 565 कर्मचारी ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। 31 जनवरी से इनकी सेवा समाप्त हो जाएगी। 1 फरवरी 2020 से बीएसएनएल नागपुर में 50 फीसदी से कम ही कर्मचारी बचेंगे।
निधि की कमी के कारण हो रही समस्या
फंड (निधि) की कमी के कारण समय पर वेतन नहीं हो पा रहा है। इस महीने की आखिरी तारीख तक वेतन होने की संभावना है। नवंबर का ही वेतन मिलेगा या एक साथ नवंबर व दिसंबर का वेतन मिलेगा, यह बताया नहीं जा सकता। समय पर वेतन नहीं मिलने की समस्या केवल नागपुर की नहीं है। देश भर में बीएसएनएल कर्मियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है। वीआरएस के लिए नागपुर से 50 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी आवेदन कर चुके हैं। वीआरएस लेनेवाले 31 जनवरी 2020 तक ही सेवा दे सकेंगे।
-अरविंद पाटील, महाप्रबंधक, बीएसएनएल नागपुर
महामेट्रो में समय पर नहीं मिल रहा वेतन, भारी नाराजगी
महामेट्रो पर लगातार कर्मचारियाें को वेतन समय पर देने के आरोप लगते आए हैं और महामेट्रो इसमें हर बार कान्ट्रेक्टर की ओर से पेमेंट नहीं देने की बात की जा रही थी। इस विषय को लेकर महाराष्ट्र वाहतुक सेना ने भी कई बार ज्ञापन सौंपे। महाराष्ट्र वाहतुक सेना के जिला कार्याध्यक्ष लाल सिंह ठाकुर ने महामेट्रो पर पिछले 6 माह से कामगार, सुरक्षा गार्ड, मटेरियल सप्लायर्स का तकरीबन 10 करोड़ का पेमेंट बकाया होने का आरोप लगाया है। अब महाराष्ट्र वाहतुक सेना अब सुधीर कंस्ट्रक्शन के कार्यालय के बाहर 26 दिसंबर को आंदोलन करने का निर्णय लेने की जानकारी पत्रपरिषद में दी। सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी आरोप लगाया कि फडणवीस ने अपने लोगों को मेट्रो में लगाने और भ्रष्टाचार किया है। मेट्रो में काम कर रही सुधीर कंस्ट्रक्शन और दूसरी कंपनियों ने पेमेंट को लेकर एनओसी भी दे दी है कि पेमेंट मेट्राे की ओर से बकाया है। इसके विरोध में सेना सुधीर कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुख्य कार्यालय पर आंदाेलन करने का निर्णय लिया है। पत्र परिषद में संजय सिंह, विरेश सिंह, खालिद हुसैन, नामदेव फुतरिया, प्रशांत अडेकर आदि मौजूद थे।
समय पर वेतन मिले तो सब ठीक चलता है
कर्मचारी को समय पर वेतन मिले तो सब ठीक-ठाक चलता है। समय पर वेतन नहीं मिलने पर सारी प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है। खासकर ईएमआई (किश्त) व चेक भुगतान पर असर हो रहा है।
-गणेश गुल्हाणे, जिला सचिव, भारतीय टेलीकाम एम्प्लाइज यूनियन नागपुर.