आम चुनाव के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी भाजपा, कई मंत्री और विधायक होंगे बेटिकट
मध्यप्रदेश में लागू होगा गुजरात पैटर्न! आम चुनाव के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी भाजपा, कई मंत्री और विधायक होंगे बेटिकट
डिजिटल डेस्क, अजीत कुमार, नई दिल्ली। गुजरात में मिली शानदार जीत से उत्साहित भाजपा अब मिशन 2024 की तैयारी में जुट गई है। लेकिन पार्टी का फोकस इसी वर्ष होने वाले 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव पर भी है। लिहाजा भाजपा ने चुनावी राज्यों में संगठन को चाक-चौबंद करने और चुनाव प्रबंधन को धार देने का काम तेज कर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन 9 राज्यों के चुनाव नतीजे ही 2024 की दिशा दिखाएंगे।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बनेगी रणनीति
दिल्ली में 16 और 17 जनवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ाने पर निर्णय होगा तो साथ ही विधानसभा चुनावों और 2024 के आम चुनावों के लिए रणनीति भी बनेगी। इस वर्ष जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड का नाम शामिल हैं। चुनावी तैयारी के तहत कई राज्यों के संगठन में बदलाव की योजना भी बनी है।
शाह और नड्डा संभाल चुके हैं मोर्चा
भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों को मथने का काम शुरू कर दिया है। जनवरी महीने में ही शाह लगभग एक दर्जन राज्यों का दौरा करेंगे तो नड्डा भी लगभग आधा दर्जन राज्यों में पहुंचेंगे। इसी प्रकार ‘लोकसभा प्रवास’ कार्यक्रम के तहत केन्द्रीय मंत्रियों को भी कमजोर मानी गई 160 लोकसभा सीटों पर दौरे तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
मप्र में भी लागू होगा गुजरात पैटर्न!
दरअसल पार्टी के सर्वे में प्रदेश में सत्ताविरोधी लहर के प्रभावी होने की बात सामने आई है। सर्वे का निचोड़ है कि मंत्रियों और विधायकों को लेकर आमलोगों के साथ पार्टी कार्यकर्त्ताओं में भी नाराजगी है। बकौल सूत्र ऐसे में भाजपा नेतृत्व मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भी थोड़े संशोधन के साथ गुजरात पैटर्न लागू करने पर विचार कर रहा है। मतलब यह कि गुजरात की तरह मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री भले ही न बदला जाए, लेकिन कई दिग्गज मंत्रियों और बड़ी संख्या में विधायकों को ‘बेटिकट’ किया जाएगा। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदलने की संभावना इसलिए नहीं है, क्योंकि चौहान प्रदेश में दूसरे नेताओं के मुकाबले आज भी ज्यादा लोकप्रिय हैं और उनके मार्फत प्रदेश के चुनाव में ओबीसी समीकरण सधने की पूरी गुंजाईश है।