गिरफ्तारी के खिलाफ राज्यभर में प्रदर्शन करेगी बीजेपी, कांग्रेस ने की निंदा, पवार बोले - ये संस्कारों की बात
राणे बयान से उबाल गिरफ्तारी के खिलाफ राज्यभर में प्रदर्शन करेगी बीजेपी, कांग्रेस ने की निंदा, पवार बोले - ये संस्कारों की बात
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने वाले आपत्तिजनक टिप्पणी से भाजपा ने किनारा कर लिया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा राणे की टिप्पणी का समर्थन नहीं करेगी, लेकिन भाजपा पूरी तरह से राणे के साथ खड़ी है। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री को स्वतंत्रता का ‘अमृत महोत्सव वर्ष’ का याद न रहना किसी व्यक्ति को नाराज कर सकता है। लेकिन उस गुस्से को व्यक्त करने के अपने तरीके होते हैं, उसे उसी तरह व्यक्त किया जाना चाहिए। फडणवीस ने कहा कि नाशिक शहर के पुलिस आयुक्त दीपक पाण्डेय खुद को छत्रपति समझते हैं क्या? वे आदेश देते हैं कि राणे को गिरफ्तार कर उन्हें अदालत के सामने हाजिर किया जाए। कौन से कानून के तहत उन्होंने इस तरीके का आदेश दिया है। राणे का मामला असंज्ञेय अपराध है पर उसको जबरन संज्ञेय अपराध में तब्दील किया गया है। सरकार पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। राज्य में पुलिसजीवी सरकार है। कानून का राज नहीं बचा है। सरकार को खुश करने के लिए पुलिस दल कार्रवाई कर रहा है।
फडणवीस ने कहा कि पार्टी पूरी एकजुटता से उनके साथ खड़ी है। फडणवीस ने कहा कि पुलिस को ‘‘प्रतिशोध की राजनीति’’ के लिए एक औजार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून और व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए न कि तालिबान जैसा शासन।
उधर उपराजधानी नागपुर में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने राणे का बचाव करते हुए कहा कि मंत्री का इरादा मुख्यमंत्री का अपमान करने का नहीं था और वह अपने बयान पर स्पष्टीकरण देंगे।
कानूनन राणे को गिरफ्तार नहीं कर सकती पुलिस
फडणवीस ने दावा किया कि राणे को कानूनी रूप से पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकती है, लेकिन गैर कानूनी रूप से उन्हें गिरफ्तार किया गया, तो भी जन आशीर्वाद यात्रा को जारी रखा जाएगा। फडणवीस ने कहा कि भाजपा के कार्यालयों पर पथराव करने वालों को मैं खबरदार करना चाहता हूं। भाजपा की ओर से इसका जवाब दिया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि सरकार को शरजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है लेकिन राणे को गिरफ्तार करने के लिए पूरी पुलिस फोर्स लगा दी गई।
केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी इतिहास की पहली घटना
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा है कि राणे की गिरफ्तारी के खिलाफ भाजपा राज्यभर में प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि कानून को ताक पर रहकर राणे की गिरफ्तारी हुई है। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की गिरफ्तारी महाराष्ट्र के इतिहास में पहली घटना है। वो भी केवल राणे के एक वाक्य के कारण। पाटील ने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिवसेना के नेताओं ने जो बयान दिया है उसके लिए तो हजारों गिरफ्तारियां होनी चाहिए। पाटील ने कहा कि राणे ने बयान दिया था कि यदि मैं मंत्रालय में मौजूद रहता तो मुख्यमंत्री को थप्पड़ मार देता। इसमें हिंसा और धमकी कहां से हुई। पाटील ने कहा कि विधान परिषद में उपसभापति नीलम गोर्हे संवैधानिक पद पर होने के बावजूद मीडिया में शिवसेना के प्रवक्ता के रूप में बयान देती हैं। इसके खिलाफ भाजपा अदालत में आएगी।
राणे की टिप्पणी को मोदी का बयान मानना पड़ेगा- पाटील
राकांपा प्रदेश अध्यक्ष तथा प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा कि राणे के बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का का बयान समझना पड़ेगा। क्योंकि राणे को मोदी ने ही केंद्रीय मंत्री बनाया है। राणे की मुख्यमंत्री के बारे में की गई टिप्पणी महाराष्ट्र की जनता का अपमान है। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैसे मंत्री को शामिल किया है, उसकी छोटी सी झलक महाराष्ट्र और देश ने देख ली है। देश में किसी भी नेता ने कभी भी इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया होगा।
संस्कार के अनुसार बयान दिया- पवार
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने राणे की विवादित बयान पर ज्यादा टिप्पणी करने से इंकार करते हुए कहा कि मुझे इस विवाद में नहीं पड़ना है। मुझे महत्व भी नहीं देना है। उन्होंने अपने संस्कार के अनुसार बयान दिया है। इसके आगे पवार ने कुछ बोलने से मना कर दिया।
राणे का बयान अशोभनीय- पटोले
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हम राणे के बयान की निंदा करते हैं। राणे का बयान अशोभनीय है। महाराष्ट्र की संस्कृति ऐसी नहीं है।