बायोमीट्रिक पास सिस्टम से होगी एयरपोर्ट में एंट्री
बायोमीट्रिक पास सिस्टम से होगी एयरपोर्ट में एंट्री
डिजिटल डेस्क, नागपुर । डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल, नागपुर के पेपर वाले पास सिस्टम को बदलने की तैयारी हो गई है। विमानतल को बायोमीट्रिक पास सिस्टम तैयार करने के निर्देश नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने दिए हैं। विमानतल प्रशासन द्वारा नए सिस्टम को लगाने के लिए बीसीएएस की गाइडलाइन के आधार पर बायोमीट्रिक मशीन हेतु टेंडर निकाला जाएगा।
सीआईएसएफ का लोड होगा कम
नए सिस्टम से केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की जिम्मेदारी कम हो जाएगी, क्योंकि अब तक विमानतल में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पास की जांच सीआईएसएफ के जवानों द्वारा की जाती है। बायोमीट्रिक पास सिस्टम के बाद मशीन ही अंदर जाने की हरी झंडी देगी।
हर माह 2 से ढाई हजार पास बनते हैं
जानकारी के अनुसार, विमानतल पर विभिन्न कर्मचारी-अधिकारियों सहित हर माह करीब 2 से ढाई हजार पास बनाए जाते हैं। यह पास बनाने की जिम्मेदारी विमानतल के सुरक्षा विभाग की है, जो जरूरत के हिसाब से सभी के पास बनाते हैं। वहीं 1-2 या 7 दिन के लिए अस्थायी काम करने वालों के अस्थायी पास भी बनाए जाते हैं।
पास में यह भी होगी व्यवस्था
नए बायोमीट्रिक पास सिस्टम में टाइप रहेगा कि वह किस टाइप का पास है। वहीं जोन भी अंकित रहेगा, इससे जिस व्यक्ति का जहां तक काम है, वह वहीं तक जा सकता है। विमानतल पर आगमन, प्रस्थान, अंतरराष्ट्रीय लाइन, डोमेस्टिक लाइन के अलावा विभिन्न एरिया रहते हैं। चूंकि यह सिस्टम पूरे देश भर में लागू होने वाला है, ऐसे में यदि एक शहर में अधिक विमानतल हैं तो उसकी कैटेगरी को भी बांटा जाएगा। विमान के कैप्टन को सभी विमानतलों का पास दिया जाता है, क्योंकि उन्हें कहीं भी जाना पड़ता है।
मार्च-अप्रैल तक होगा शुरू
नए पास सिस्टम को मार्च-अप्रैल तक होने की उम्मीद जताई जा रही है। बीसीएएस की गाइडलाइन को ध्यान में रखकर उक्त मानकों के अनुसार टेंडर मंगाया जाएगा, जो मानकों को पूरा करेगा वह विमानतल पर बायोमीट्रिक पास सिस्टम लगाएगा।