आधार से बैंक खाता लिंक नहीं, पुरानी पद्धति से मिलेगा आगनवाड़ी सेविकाओं को मानधन 

आधार से बैंक खाता लिंक नहीं, पुरानी पद्धति से मिलेगा आगनवाड़ी सेविकाओं को मानधन 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-26 14:38 GMT
आधार से बैंक खाता लिंक नहीं, पुरानी पद्धति से मिलेगा आगनवाड़ी सेविकाओं को मानधन 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बैंक खाते आधार कार्ड से लिंग न होने के चलते राज्य कि 6222 आंगनवाड़ी सेविकाओं को जनवरी महीने का मानधन नहीं मिल सका है। अब राज्य सरकार बैंक खाते को आधार कार्ड से न जुड़वा पाने वाली आंगनवाड़ी सेविकाओं को जनवरी से मार्च महीने तक का मानधन पुरानी पद्धति से देगी। यानी बात साफ है कि फिलहाल यदी आधार से बैंक खाता लिंक नहीं है, तो पुरानी पद्धति से आगनवाड़ी सेविकाओं को मानधन दिया जाएगा।  जिससे उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।

पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में पीएफएमएस प्रणाली
दरअसल सरकार ने आंगनवाड़ी सेविकाओं का मानधन सीधे बैंक खाते में जमा कराने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में पीएफएमएस प्रणाली लागू की थी। लेकिन तकनीकी अड़चन पैदा होने के कारण पीएफएमएस प्रणाली से मानधन देने संभव नहीं हो सका। इस कारण सरकार ने जून से दिसंबर 2017 तक का मानधन पुरानी पद्धति से अदा किया था। इसके बाद अब जनवरी से मार्च महीने तक का मानधन प्रचलित तरीके से दिया जाएगा।

एकात्मिक बाल विकास आयुक्त को विशेष मुहिम चलाने का निर्देश
सरकार ने आंगनवाड़ी सेविकाओं के बैंक खाते को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए एकात्मिक बाल विकास आयुक्त को विशेष मुहिम चलाने का निर्देश दिया है। सरकार ने 1 अप्रैल 2018 से आंगनवाड़ी सेविकाओं को पीएफएमएस प्रणाली से मानधन देने को कहा है। राज्य में आंगनवाड़ी सेविका, मिनी आंनगवाड़ी सेविका और सहायिका के कुल 2 लाख 7 हजार पद मंजूर हैं। इसमें से 1 लाख 99 हजार 779 आंगनवाड़ी सेविकाएं कार्यरत हैं। जिनमें 6222 आंगनवाड़ी सेविकाएं अपने बैंक खाते को आधार कार्ड नंबर से नहीं जोड़ा है। 
 

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