कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक, मुख्यालय में रहना अनिवार्य

भंडारा कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक, मुख्यालय में रहना अनिवार्य

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-12 14:14 GMT
कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक, मुख्यालय में रहना अनिवार्य

डिजिटल डेस्क, भंडारा। राज्य में कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों व ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए शासन के आदेश से जिला प्रशासन की ओर से जिले में अन्य जिलों अथवा बड़े शहरों से आकर नौकरी के सिलसिले में आनेवाले कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। इसके लिए सभी कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने के कड़े आदेश जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी किए गए है। ऐसे में नागपुर या अन्य बड़े शहरों से जिले में आकर ड्यूटी करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की चिंता बढ़ने लगी है। इस संबंध में निवासी उपजिलाधिकारी महेश पाटील ने मंगलवार 11 जनवरी को आदेश जारी किए है। बताया गया है कि जिले में श्रेणी 1 तथा श्रेणी 2 के कई शासकीय अधिकारी ऐसे है, जो नागपुर जिले से प्रति दिन भंडारा आकर ड्यूटी करते हंै। एेसे में संक्रमितों की तेजी से बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रशासन को हालात बिगड़ने का डर सताने लगा है  जिलाधिकारी कार्यालय ने इन्हे सख्ती से नियमों का पालन करने को कहकर मुख्यालय में रहने को कहा गया है। ऐसे में प्रशासन द्वारा जारी आदेश का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन कानून 2005 की धारा 51, 55, 56 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस मुख्यालय के टीकाकरण केंद्र पर 552 लाभार्थियों ने लिया प्रीकॉशन डोज

शासन के निर्देशानुसार जिले के 60 वर्ष आयु के नागरिकों को प्रीकॉशन डोज दिए जा रहे हंै। मंगलवर, 11 जनवरी को पुलिस मुख्यालय भंडारा के पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिकेत भारती के मार्गदर्शन में ड्रिल शेड में पुलिस अधिकारी व अंमलदार के लिए प्रीकॉशन डोज का आयोजन किया गया। इस प्रीकॉशन डोज कैम्प में पुलिस, होमगार्ड, जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी, वरिष्ठ नागरिक, यह कुल मिलाकर 535 नागरिकों को प्रीकॉशन डोज दिया गया। कोरोना के बढ़ते प्रादुर्भाव से प्रतिबंधात्मक उपाय के तौर पर कॅम्प का आयोजन किया गया। इस शिविर में 494 पुलिस अधिकारी, अंमलदार 42 जिलाधिकारी कार्यालय के लिपीक व 16 सैनिकों ने टीके का लाभ लिया।
 

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