स्कूल खुलते ही पैरेंट्स बच्चों को गुड टच व बैड टच के लिए कर रहे अवेयर
स्कूल खुलते ही पैरेंट्स बच्चों को गुड टच व बैड टच के लिए कर रहे अवेयर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आजकल बच्चों के साथ जिस प्रकार सेक्सुअल अपराध बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए माता-पिता के साथ बच्चों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। इन सब चीजों को देखते हुए बच्चों को गुड टच और बैड टच में अंतर समझाना बहुत जरूरी है। बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श की दी गई जानकारी उनको सुरक्षित रखने में मदद करेगी। इसकी शुरुआत बचपन से ही करना बेहतर होगा। इसलिए माता-पिता बच्चों को इसकी जानकारी दे रहे हैं।
बच्चों को मतलब समझाना जरूरी
पैरेंट्स का कहना है कि आजकल का जो माहौल है, उसमें बच्चों को केवल यौन शिक्षा देना ही काफी नहीं है, बल्कि उन्हें गुड टच और बैड टच के बारे में बताना भी एक जरूरी विषय बन गया है। बच्चों को यह नहीं मालूम होता है कि उन्हें किस तरह से छुआ जा रहा है और इसका मतलब क्या है। इस तरह की हरकतें बच्चों के यौन शोषण के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होती हैं। जिन बच्चों ने इस वर्ष स्कूल में पहला कदम रखा है कि उनके पैरेंट्स बच्चे की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इस चिंता को दूर करने के लिए घर से ही बच्चों को अवेयर किया जा रहा है। गुड टच और बैड टच पर पैरेंट्स ने बताया कि उन्होंने समर वेकेशन में बच्चों को इस बारे में काफी समझाया है।
मेरी बेटी 5 वर्ष की है। स्कूल में उसे गुड टच और बैड टच के बारे में बताया गया, लेेकिन टीचर्स का कहना था कि घर में पैरेंट्स भी इस बात को समझाएं तो बेहतर होगा। बच्चों को बाेलकर ऐसी चीजें नहीं समझाई जा सकती हैं। इसलिए मैंने अपनी बेटी को उसकी बड़ी डॉल को सामने रखकर उसे समझाया कि गुड टच और बैड टच क्या है। बताया कि अगर कोई बाहर का व्यक्ति प्राइवेट पार्ट को टच करता है, तो उस समय नो बोलकर जोर से चिल्लाना है। मुझे लगता है कि उसे थोड़ा समझ आया है। बच्चों में गुड टच और बैड टच के बारे अवेयरनेस लाने का काम पैरेंट्स का ही है। - शीतल स्वामी, पैरेंट्स
ड्राइंग बनाकर समझाया
मेरी बेटी पहली बार स्कूल जा रही है। मुझे बहुत टेंशन है। इसलिए उसको ड्राइंग से गुड और बैड टच के बारे में बताया। नए सत्र में हर स्कूल में चित्र दिखाकर गुड टच-बैड टच के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही घर पर भी उन्हें जानकारी देना जरूरी है। मैंने उसे स्विमिंग कॉस्टयूम के द्वारा भी समझाया। शरीर का जो भाग स्विमिंग कॉस्टयूम से ढका होता है, वह उन पार्ट्स को किसी को भी न छूने दें। साथ ही उसे पैरेंट्स का नाम, घर का पता और फोन नंबर भी याद कराएं। - आरती यादव, पैरेंट्स