आंगनवाड़ी सेविकाओं ने किया बेलन आंदोलन
भंडारा आंगनवाड़ी सेविकाओं ने किया बेलन आंदोलन
डिजिटल डेस्क, भंडारा. प्रोत्साहन भत्ता देने, आशा स्वयंसेविका व गट प्रवर्तक का अक्टूबर माह से बकाया मुआवजा देने आदि मांगों को लेकर सोमवार 14 फरवरी को आशा गट प्रवर्तक सीआईटीयू संगठन की ओर से जिला परिषद के सामने बेलन आंदोलन किया गया। आशा गट प्रवर्तक कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए अपनी विविध मांगे रखी। इस समय संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता डाकरे, महासचिव सुनंदा बसेशंकर, कविता कृपाले आदि के नेतृत्व में मांगों पर ध्यान आकर्षित किया गया। संगठन ने अपनी मांगें रखते हुए केंद्र शासन के संशोधित पत्र के अनुसार अक्टूबर 2021 से आशा स्वयं सेविकाओं को प्रति एक हजार रुपए कोविड प्रोत्साहन भत्ता देने के आदेश दिए थे। लेकिन सेविकाओं को कोविड प्रोत्साहन भत्ता नहीं मिल सका। बकाया मानधन तत्काल देने की मांग संगठन ने की। साथ ही आशा स्वयं सेविकाओं को व गट प्रवर्तकों को नियमित मुआवजा अक्टूबर 2021 से बकाया है। इससे आशा स्वयं सेविकाओं पर भुखमरी की नौबत आई है। 17 जुलाई 2020 के शासन नियम के अनुसार राज्य निधि से आशा स्वयं सेविकाओं को 2000 व गट प्रवर्तक को तीन हजार रुपए मेहनताना बढ़ाया गया है। सितंबर 2021 से जनवरी 2022 तक का बकाया मेहनताना देने, 1 जुलाई 2020 से बढ़ाया गए मेहनताने में किसी भी तरह की कटौती न करने आदि मांग स्वास्थ्य मंत्री से की है। साथ ही शहरी आशाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार आर्थिक रूप से देने की मांग भी की गई। बेलन आंदोलन में उपाध्यक्ष सुनीता डाकरे, महासचिव सुनंदा बसेशंकर, कविता कृपाले, मंगला गौरी, उषा मेश्राम, अर्चना मेश्राम, अल्का सार्वे, वैशाली शामकुवर, दुरुमकर, सुरेखा खटके, अल्का मोथरकर, संगीता निंबार्ते, सुष्मा कारेमोरे, रामटेके, वनिता घुघुस्कर व अन्य आशावर्कर लाटने आदि आंदोलनकारी उपस्थित थे। साथ ही गटप्रवर्तक नीलिमा करंजेकर, नंदनी खराबे, रशिका चोपकर, ज्योति बावने आदि उपस्थित थे।