अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा कम मिलने के भी लगे आरोप

धीमा हो रहा सर्वे अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा कम मिलने के भी लगे आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-11 12:36 GMT
अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा कम मिलने के भी लगे आरोप

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। इस वर्ष खरीफ मौसम 2021 में भी किसानों को राहत नहीं मिली है। जून माह में समय पर बारिश होने से किसानों ने लाखों हेक्टेयर पर फसल की बुआई की थी। जिसके बाद लगातार हुई बारिश ने किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया। बड़ी संख्या में किसानों ने फसल का बीमा करवाया था और नुकसान होने पर परंपराग तरीके से सरकार द्वारा भी राहत दी जाती है। लेकिन इस वर्ष नुकसान की तुलना में सरकारी राहत काफी कम मिली है। साथ ही बीमा का लाभ अभी तक नहीं मिला है। सितंबर माह में अतिवृष्टि के चलते हुए नुकसान का सर्वेक्षण अभी चल रहा है। ऐसे में किसानों को राहत मिलने की प्रतीक्षा है। हाल ही में सरकार द्वारा जून माह में प्राकृतिक आपदा के चलते मकान ढहना, गाज गिरने से जान-माल का नुकसान और खेती के नुकसान का 5 करोड़ 85 लाख रुपए का मुआवजा मिला था। जिसका वितरण सभी तहसीलों में किया गया है। 8 अक्टूबर को जिला प्रशासन को मुआवजे के तौर पर 8 करोड़ 30 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई है।

जुलाई माह में हुए नुकसान के चलते मुआवजा राशि प्राप्त होने की जानकारी प्रशासन द्वारा दी गई है। एक माह में हुए नुकसान का मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ तो उसके बाद के माह में हुए नुकसान की भरपाई कब होगी? ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा है। वास्तव में प्रशासन ने भी प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेकर मुआवजे की मांग सरकार से की थी। जुलाई में हुए जिले के करीब 26 हजार किसानों का नुकसान हुआ था। अतिवृष्टि होने से खेत की मिट्टी बह गई। जिससे जमीन बंजर हो गई है। जिसका कुल क्षेत्र 13 हजार 245 हेक्टेयर बताया गया है। इतने क्षेत्र में हुए नुकसान का मुआवजा 13 करोड़ 41 लाख रुपए बताया गया था। इतनी राशि सरकार से मांगी गई थी। जिसकी तुलना में केवल 8 करोड़ 30 लाख रुपए प्राप्त हुए हैं। यह राशि जल्द ही किसानों में वितरित की जानकारी राजस्व विभाग द्वारा दी गई है।  

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