महाराष्ट्र : अखिलेश की पार्टी ने जीती दो सीट, मायावती का खाता भी नहीं खुला
महाराष्ट्र : अखिलेश की पार्टी ने जीती दो सीट, मायावती का खाता भी नहीं खुला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) अपनी विरोधी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर भारी पड़ गई है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सपा-बसपा महाराष्ट्र की राजनीति में भी जोरआजमाईश करती रहती हैं। इस विस चुनाव में भी समाजवादी पार्टी बसपा के मुकाबले बीस रही है। हालांकि महाराष्ट्र में सपा की अपेक्षा बसपा का संगठन व जनाधार बेहतर माना जाता है। विदर्भ अंचल में मजबूत माने जाने वाली बसपा का वोट बैंक अब धीरे-धीरे क्षीण हो रहा है। राज्य विधानसभा चुनाव में बसपा ने 288 में से 262 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था। लेकिन बसपा एक भी सीट नहीं जीत सकी। जबकि सपा ने 7 सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर दो सीटों पर जीत हासिल की है। मुंबई की मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट से अबू आसिम आजमी और भिवंडी पूर्व सीट से रईस शेख निर्वाचित हुए हैं।
वंचित आघाडी ने लगाई सेंध
साल 2014 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में बसपा का वोट प्रतिशत में भी गिरावट आई है। वंचित बहुजन आघाडी के मैदान में उतरने के कारण बसपा के वोट में सेंध लगी है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने 2.25 प्रतिशत मत के साथ 11 लाख 91 हजार 846 वोट मिले थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में बसपा को 0.92 प्रतिशत मत यानि 5 लाख 4 हजार 911 वोट मिले हैं। वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव में सपा को 0.17 मत के साथ 92 हजार 304 वोट मिले हैं। जबकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में सपा को 0.2 प्रतिशत मत यानी 1 लाख 23 हजार 267 वोट मिले हैं।
महाराष्ट्र में अब तक खाता नहीं खोल पाई बसपा
महाराष्ट्र में अब तक 7 विधानसभा चुनाव लड़ने वाली बसपा अपना खाता नहीं खोल सकी है जबकि 6 विधानसभा चुनाव लड़ने वाली सपा के अब तक 12 विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। साल 1990 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बसपा ने 122 उम्मीदवार उतारे थे लेकिन सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। साल 1995 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने 145 उम्मीदवार उतारे थे 142 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। पार्टी को एक भी सीट पर सफलता नहीं मिल सकी। साल 1999 के विधानसभा चुनाव में बसपा के 83 उम्मीदवारों में से एक भी उम्मीदवार जमानत नहीं बचा सके। साल 2004 के विधानसभा चुनाव में बसपा के 272 उम्मीदवारों में से 263 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई और पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल पाई। साल 2009 के विधानसभा चुनाव में बसपा के 281 उम्मीदवारों में से 279 उम्मीदवार जमानत नहीं बचा पाए। इस चुनाव में भी पार्टी खाता नहीं खोल सकी। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बसपा के 280 उम्मीदवारों में से 275 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई और एक सीट भी हासिल नहीं हुई। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बसपा के 262 उम्मीदवारों में से अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। इस चुनाव में भी पार्टी का खाता नहीं खुल पाया।
सपा के अब तक बने 12 विधायक
महाराष्ट्र में सपा ने अब तक 6 विधानसभा चुनाव लड़ा है। इन 6 विधानसभा चुनावों में सपा के 12 विधायक निर्वाचित हुए हैं। साल 1995 में पहली बार महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली सपा ने 22 उम्मीदवार उतारे थे जिसमें से पार्टी को 3 सीटों पर सफलता मिली थी। 15 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। साल 1999 के विधानसभा चुनाव में सपा के 15 उम्मीदवारों में से 2 उम्मीदवार विजयी हुए। जबकि 10 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा सके। साल 2004 के विधानसभा चुनाव में सपा के 95 उम्मीदवारों में से 91 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस चुनाव में सपा का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाया। साल 2009 के विधानसभा चुनाव में सपा के 31 उम्मीदवारों में से 4 उम्मीदवार विधायक बन गए।। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में सपा के 22 प्रत्याशियों में से केवल 1 प्रत्याशी प्रदेश सपा अध्यक्ष अबू आसिम आजमी की जीत हुई थी। जबकि 21 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में सपा के 7 उम्मीदवारों में से 2 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। जबकि 5 उम्मीदवार जमानत नहीं बचा पाए। कांग्रेस ने कांग्रेस-राकांपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ा।