जर्जर हो चुके रेलवे क्वार्टर की बालकनी ढही
जर्जर हो चुके रेलवे क्वार्टर की बालकनी ढही
डिजिटल डेस्क, नागपुर। देर रात हुई झमाझम बारिश से अजनी रेलवे क्वार्टर की बालकनी नीचे गिर गई। कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन रेलवे क्वार्टर के लिए बनी सभी इमारतों की हालात इसी तरह है। सभी इमारतें जर्जर हालत में हैं। यह इमारत करीब सन् 1972-73 में बनी हैं। कोई टूट-फूट होने पर क्वार्टर में रहने वाले लोग मरम्मत करवा लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक खाली रहने के कारण क्वार्टर जर्जर होने लगते हैं। इनका कोई रख-रखाव नहीं किया जाता। रेलवे कर्मचारी कई बार इसकी शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी महज औपचारिकता पूरी करते हैं, आते हैं और चले जाते हैं।
जानकारी के अनुसार रात को करीब 2 बजे आरबी-2-375 रेलवे क्वार्टर अजनी में तेज बारिश के कारण सी क्वार्टर की बालकनी ढह गई। बालकनी गिरने से नीचे ए क्वार्टर के सामने मलबा जमा हो गया। इस ए क्वार्टर में दिनेश मेश्राम रहते हैं, मलबा क्वार्टर के सामने जमा होने से परिवार के लोग अंदर ही फंसे रहे। इस हादसे में क्वार्टर का दरवाजा अौर अन्य सामान टूट-फूट गया।
क्वार्टरों की जर्जर हालत होने की कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुध नहीं लेने पर हादसे के बाद क्वार्टरों में रहने वाले लोगों में जबरदस्त रोष फैल गया। मध्य रेलवे के यूनियन को इसकी जानकारी दी। घटना का जायजा लेने पहुंचे अधिकारियों को लोगों और यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। अधिकारियों ने इन अनसेफ इमारतों को लोकेट कर मरम्मत करवाने का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर एनआरएमयू के हबीब खान, इ.वी. राव, नरेंद्र धानफुले, प्रवीण सिन्हा, इजरार हुसैन, लक्ष्मीकांत वैद्य सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जर्जर हो चुके हैं
जिस क्वार्टर की बालकनी ढह गई वह क्वार्टर नरेंद्र इंगले को 2 माह पहले अलॉट किया गया था। मरम्मत का कार्य चलने के कारण इंगले परिवार नए क्वार्टर में शिफ्ट नहीं हुआ था। यदि नए क्वार्टर में शिफ्ट हो जाते तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
अनसेफ बिल्डिंग लोकेट करेंगे
हम 3-4 दिन में क्वार्टर की सभी अनसेफ बिल्डिंग को लोकेट करेंगे। वहां के लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा और फिर मरम्मत का कार्य शुरू करेंगे। -पवन पाटील, सीनियर डीईएन को., मध्य रेलवे, नागपुर