खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सका महाराष्ट्र, जलगांव, गड़चिरोली और नंदूरबार में पूरा नहीं हो सका लक्ष्य 

खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सका महाराष्ट्र, जलगांव, गड़चिरोली और नंदूरबार में पूरा नहीं हो सका लक्ष्य 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-05 14:43 GMT
खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सका महाराष्ट्र, जलगांव, गड़चिरोली और नंदूरबार में पूरा नहीं हो सका लक्ष्य 
हाईलाइट
  • केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत राज्य सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग ने 31 मार्च तक ग्रामीण इलाकों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
  • राज्य के तीन जिले जलगांव
  • गड़चिरोली और नंदूरबार अब तक खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाए हैं।
  • । ग्रामीण इलाकों को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त करने के लक्ष्य को प्रदेश सरकार पूरा नहीं कर पाई है।

डिजिटल डेस्क, अमित कुमार, मुंबई। ग्रामीण इलाकों को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त करने के लक्ष्य को प्रदेश सरकार पूरा नहीं कर पाई है। केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत राज्य सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग ने 31 मार्च तक ग्रामीण इलाकों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। राज्य के तीन जिले जलगांव, गड़चिरोली और नंदूरबार अब तक खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाए हैं।

सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में कहा कि शौचालय बनाने के लिए निधि देरी से मिलने के कारण अभी तक काम पूरा नहीं किया जा सका है। हमें उम्मीद है कि इस महीने के आखिरी तक काम पूरा हो जाएगा। जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के अनुसार जलगांव की 15 में से 8 तहसीलों की 131 ग्राम पंचायतें अभी खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाई हैं। इन ग्राम पंचायतों के तहत 183 गांव आते हैं। गड़चिरोली की 12 में से 6 तहसीलों की 71 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाई हैं। इन 71 ग्राम पंचायतों में 262 गांव शामिल हैं। जबकि नंदूरबार की 6 में से 1 तहसील की केवल 1 ग्राम पंचायत खुले में शौच से मुक्त होना बाकी है। इस ग्राम पंचायत के तहत आने वाले 2 गांवों में शौचालयों का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है। 

खुले में शौच से मुक्त इलाकों की स्थिति 
प्रदेश में 351 तहसील हैं। इसमें से अब तक 336 तहसीलें खुले में शौच से मुक्त घोषित की जा चुकी है। राज्य में कुल 27 हजार 668 ग्राम पंचायतें हैं। 27 हजार 465 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं। राज्य के 40 हजार 501 गांवों में से 40 हजार 54 गांव खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए हैं। 

कब कितने गांव हुए खुले में शौच से मुक्त 

वर्ष                                 गांवों की संख्या
साल 2015-16                      6053    
साल 2016-17                      17595
साल 2017-18                      16406    
कुल                                     40054  

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