शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर 15 लाख की लूट में शामिल एक बदमाश जौनपुर में ढेर

गैंग लीडर और मास्टरमाइंड कोलकाता से गिरफ्तार शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर 15 लाख की लूट में शामिल एक बदमाश जौनपुर में ढेर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-16 16:22 GMT

डिजिटल डेस्क सतना। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के डायवर्सन रोड पर 6 मार्च की दोपहर को सेंट्रल बैंक के सामने एक शराब कंपनी के मुनीम संजय सिंह (57) की गोली मारकर हत्या के बाद 15 लाख रुपए लूटकर भागने वाले यूपी के एक शार्प शूटर आनंद सागर यादव उर्फ हुब्बी पुत्र सूबेदार यादव निवासी ऊसरपुर, थाना केराकत जिला जौनपुर, को यूपी-एमपी की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। घटना स्थल से उसका एक साथी मौके से बच निकला। पुलिस ने घटना स्थल से स्विफ्ट कार, 32 बोर की 2 पिस्टल, 2 मैग्जीन, 5 जिंदा, 1 मिस और 12 खोखा कारतूस, 10 हजार नगदी व एक मोबाइल जब्त किया है। रेकी और भागने में इस्तेमाल की गई कार का मालिक आनंद ही था, उसी ने घटना के दिन शराब कंपनी की वैन के लोट्स सिटी स्थित कार्यालय से बैंक के लिए निकलते ही गैंग लीडर सुभाष यादव को फोन पर खबर दी थी और फिर कार लेकर रैगांव बाइपास में साथियों का इंतजार करने चला गया था।  
ऐसे हुआ आमना-सामना-
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए सब इंस्पेक्टर रूपेन्द्र राजपूत के नेतृत्व में एक टीम पांच दिन से जौनपुर में कैम्प कर रही थी, जिसमें प्रधान आरक्षक संदीप तिवारी, पुष्पेन्द्र बागरी, हरीश मिश्रा और दीपक शर्मा शामिल हैं। इस टीम के साथ सतना से साइबर टीम लगातार सूचनाएं साझा कर रही थी। इसी बीच मुखबिर के जरिए खबर मिली कि लूट-मर्डर में शामिल रहे 2 बदमाश कार से बनारस के रास्ते जौनपुर की तरफ आ रहे हैं, लिहाजा जौनपुर के एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने बक्सा थाना क्षेत्र के अलीगंज तिराहे पर वाहन चेकिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने रोका तो झोंक दिया फायर ---
गुरूवार सुबह लगभग साढ़े 3 बजे सफेद रंग की स्विप्ट कार तेजी से आती दिखाई दी, जिसे रोकने की कोशिश की गई तो गाड़ी में सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिया और गाड़ी को मोड़कर फ्लाई ओवर के दाहिने तरफ सर्विस रोड पर भागने लगे, मगर आगे जाकर रास्ता बंद होने से बदमाश गाड़ी से उतरकर गोली चलाने लगे। जवाब में पुलिस ने भी बंदूकों के मुंह खोल  दिए। लगभग 30 मिनट तक चली मुठभेड़ के बाद बदमाशों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई, तब पुलिस ने सर्चिंग शुरू की तो कार के पास एक व्यक्ति घायल हालत में मिला, जिसकी पहचान आनंद सागर यादव के रूप में की गई, उसे तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया, मगर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर दूसरा बदमाश भाग निकला। मुठभेड़ में जौनपुर पुलिस के आरक्षक सत्यप्रकाश राय बाएं हाथ में गोली लगने से घायल हो गए। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश पर जिले के सिटी कोतवाली, कोटर व अमरपाटन में लूट, डकैती और हत्या के 3 अपराध दर्ज हैं, जबकि यूपी के जौनपुर, आजमगढ़ और वाराणसी में रंगदारी, लूट, हत्या की कोशिश समेत 9 प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
बांग्लादेश भागने की फिराक में थे जेडी और सुभाष ---
वहीं पूरी घटना की साजिश रचने और जौनपुर से शूटरों को बुलाने वाले मास्टरमाइंड जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ छोटू पुत्र स्वर्गीय मुरली यादव 35 वर्ष, निवासी प्यारेपुर, जिला जौनपुर और गैंग चलाने वाले सुभाष यादव पुत्र घुरहू (35) निवासी बम्बावन जिला जौनपुर, को पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में रतन सरकार पार्क के पास स्थित एनडी गेस्ट हाउस में दबिश देकर पकड़ लिया गया। आरोपियों के कब्जे से लूट की 68 हजार और 5 मोबाइल व सिम कार्ड  जब्त किए गए। दोनों को जौनपुर लाया गया है, जहां कोर्ट में पेश कर ट्रॉजिट रिमांड के जरिए आगे की कार्रवाई के लिए सतना लाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। पूछताछ में जेडी और सुभाष ने बताया कि हत्या व लूट को अंजाम देकर सतना से चित्रकूट-बरगढ होते हुए जौनपुर पहुंचे और फिर कोलकाता निकल गए। कुछ दिन रुकने के बाद बांग्लादेश भागने की योजना थी।
4 लोकल बदमाशों को मिले थे 3 लाख ---
इस बीच दो दिन की पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में स्थानीय आरोपी मनीष सिंह बरगाही पुत्र अमरजीत उर्फ उमेश 24 वर्ष, ने खुलासा किया कि लूट के  बाद भागते समय जेडी ने रैगांव में उसके घर के पास रुककर 3 लाख रुपए दिए  थे, जिसमें से एक लाख अपने पास रखकर, एक लाख राहुल जायसवाल और 50-50 हजार गौरव बरगाही और दीपनारायण पांडेय में बांट दिए थे। तीनों आरोपियों के कब्जे से 2 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं। वहीं फरार आरोपी राहुल जायसवाल की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि जेडी के साथ जेल में वारदात की योजना बनाने वाला दीपक पटेल अभी भी जबलपुर के एक अस्पताल में भर्ती है। पुलिस रिमांड पर चल रहे तीनों आरोपियों को पुलिस ने घटना के एक सप्ताह बाद 14 मार्च को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया था।  
बनाई गई एसआईटी ---
सनसनीखेज वारदात की गहन विवेचना कर सभी साक्ष्य जुटाने और मजबूत चार्जशीट बनाने के लिए पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता ने सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में 8 सदस्यी एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन कर दिया है। यह टीम स्थानीय स्तर पर पड़ताल करने के साथ ही जौनपुर पुलिस से सम्पर्क में रहकर कोलकाता में पकड़े गए दोनों आरोपियों को सतना लाने और अन्य फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास करेगी। पुलिस कप्तान ने बताया कि घटना में शामिल सभी आरोपियों पर एडीजीपी केपी वेंकटेश्वर राव ने 30-30 हजार का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा भी बदमाश आनंद सागर को मार गिराने में अहम भूमिका निभाने वाली जिला पुलिस की टीम को पुरस्कृत करने के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा।

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