इंदौर से आई थी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप
इंदौर से आई थी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप
दवा सप्लायर सपन ने सिटी अस्पताल में दी थी डिलीवरी
डिजिटल डेस्क जबलपुर। गुजरात की फैक्ट्री से नकली रेमडेसिविर की खेप जबलपुर लाए जाने के मामले में गुजरात पुलिस के हत्थे चढ़े शहर के दवा सप्लायर सपन जैन ने रविवार को गुजरात पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह इंदौर से निकली इंजेक्शन की खेप लेकर कार से जबलपुर पहुँचा था और यहाँ उसने सिटी अस्पताल में इंजेक्शन की सप्लाई की थी। उधर इस मामले में स्थानीय स्तर पर जाँच में जुटी पुलिस द्वारा सिटी अस्पताल की महिला मैनेजर सहित तीन लोगों से गहन पूछताछ कर अस्पताल के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
इस संबंध में गुजरात पुलिस का कहना है कि अभिरक्षा में लिए गये दवा सप्लायर सपन जैन से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोना संक्रमण के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की क्राइसिस होने पर वह विगत 15 से 20 अप्रैल के बीच इंदौर गया था और वहाँ उसे फैक्ट्री कर्मी सुनील मिश्रा ने रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए थे। इस जानकारी के आधार पर जबलपुर पुलिस की एक टीम को जाँच के लिए इंंदौर भेजा गया है। वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने अस्पताल मैनेजर सोनिया, दवा कारोबार देखने वाले देवेश व एक अन्य कर्मी अभिषेक से सघन पूछताछ की है।
खंगाले जा रहे है दस्तावेज-
जानकारों के अनुसार नकली रेमडेसिविर मामले में ओमती पुलिस की टीम द्वारा शनिवार की रात सिटी अस्पताल के दस्तावेज जब्त किए गये थे। जब्त दस्तावेजों की जाँच कर यह पता लगाया जा रहा है कि कोरोना मरीजों के लिए कहाँ से कितने इंजेक्शन आये थे और किस मरीज को कब और कितने इंजेक्शन लगाए गये थे।
जब्त की जाएगी डीवीआर-
सूत्रों के अनुसार रविवार को पुलिस की एक टीम सिटी अस्पताल पहुँची थी और सीसीटीवी कैमरों की जाँच की। इस दौरान सीसीटीवी कंट्रोल में पहुँचकर फुटेज खंगाली गई लेकिन अप्रैल माह की फुटेज डिलीट होना बताया गया। अब पुलिस सीसीटीवी की डीवीआर जब्त कर उसकी जाँच करेगी जिससे यह साबित हो सके कि इंजेक्शन की डिलीवरी देने सपन सिटी अस्पताल पहुँचा था।
दस्तावेजों की जाँच जारी-
नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल के दस्तावेज जब्त कर जाँच की जा रही है। वहीं इस संबंध में अस्पताल कर्मियों से भी पूछताछ की गई है।
-सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी