Jabalpur News: रेलवे की विजिलेंस टीम ने जब्त किया कोयले का अवैध स्टाॅक

  • बिना अनुमति के रखा था एक रैक कोयला, मामले की जाँच शुरू
  • रेल प्रशासन द्वारा इस मामले की जाँच शुरू कर दी गई है
  • रेल अधिकारियों की मानें तो स्टॉक से पूर्व रेलवे के संबंधित विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-25 12:32 GMT

Jabalpur News: पश्चिम मध्य रेल जबलपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले बरगवाँ स्टेशन के समीप गोंदवाली लोडिंग साइडिंग में रेलवे की विजिलेंस ने एक रैक अवैध रूप से स्टाॅक किया गया कोयला जब्त किया है। इस कोयले को यहाँ स्टॉक करने की रेलवे से अनुमति नहीं ली गई थी। इस बात की जानकारी लगने पर विजिलेंस ने कार्रवाई कर उसे जब्त कर लिया है।

रेल प्रशासन द्वारा इस मामले की जाँच शुरू कर दी गई है, वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि यह अवैध स्टॉक पिछले लंबे समय से रखा गया है, जिसकी जानकारी स्थानीय रेलवे अधिकारी व कर्मचारियों को भी थी। स्टॉक करने वालों की स्थानीय कर्मचारियों से साँठ-गाँठ होने के कारण ही लोडिंग साइडिंग में इस तरह की अनियमितताएँ हो रही हैं। जानकारी के अनुसार रेलवे की लोडिंग साइडिंग में बिना अनुमति सामग्री स्टॉक किए जाने की कुछ शिकायतें रेल प्रशासन को मिल रही थीं।

साइडिंग में मिला 4 हजार टन कोयला

सूत्र बताते हैं कि जाँच के दौरान जबलपुर मंडल के बरगवाँ स्टेशन से लगी गोंदवाली लोडिंग साइडिंग में बड़ी मात्रा में काेयला का स्टॉक पाया गया। इस स्टॉक के संबंध में जब स्थानीय कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो वह भी सही जवाब नहीं दे पाए।

इस बीच विजिलेंस टीम ने मंडल के अधिकारियों से पता कराया तो यह बात सामने आई की इस स्टॉक की कोई अनुमति नहीं ली गई है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह कोयला बिना अनुमति के स्टॉक किया गया है। प्रारँभिक जाँच में यह बात सामने आई कि इस अवैध स्टॉक में एक रैक यानी करीब 4 हजार टन काेयला है।

स्टॉक से पूर्व लेनी होती है अनुमति

रेल अधिकारियों की मानें तो स्टॉक से पूर्व रेलवे के संबंधित विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। अनुमति के बाद स्टॉक का प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क भी जमा किया जाता है। मगर यहाँ कोयले का स्टॉक किए जाने के पूर्व कोई अनुमति नहीं ली गई है।

रेल मंडल की गोंदवाली लोडिंग साइडिंग में बिना अनुमति एक रैक कोल रखे जाने पर विजिलेंस ने कार्रवाई की है। यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह कोल किसका है, मामले की जाँच शुरू कर दी गई है। रेल कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई तो कार्रवाई होगी।

-डाॅ. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम

Tags:    

Similar News