9 बयान दर्ज : कथित बांग्लादेशियों को शासकीय योजनाओं का लाभ देने का मामला
सतना 9 बयान दर्ज : कथित बांग्लादेशियों को शासकीय योजनाओं का लाभ देने का मामला
डिजिटल डेस्क सतना। जिले के जैतवारा थाना अंतर्गत मरवा गांव में कतिपय बांग्लादेशियों को शासकीय योजनाओं को लाभ देने के मामले की जांच के दूसरे चरण में शुक्रवार को जैतवारा पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके जैन ने ९ बयान कलाम बंद किए। वन -टू वन पूछताछ में ३ घंटे लगे। इस दौरान मरवा के सरकारी स्कूल के हेड मास्टर, सरपंच कुसुमा कुशवाहा, पटवारी राजन पयासी, सचिव उम्मीद द्विवेदी और संदेहियों की सूची में शामिल अब्दुल कयूम, इरफान खान, मेहरुम खान, सलतीम खान, पूर्ववाहिया खान और रुआब खान के बयान दर्ज किए गए। एडीशनल एसपी ने नयागांव हल्के के उस स्थल का भी निरीक्षण किया, जो विवादों के कारण सुर्खियों में है। सूत्रों ने बताया कि जल्दी ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदेहियों की पीढ़ी दर पीढ़ी कड़ी जोडऩे के लिए यूपी के प्रयागराज जनपद अंतर्गत मलावा भी जाएंगे। इस दौरान एसडीएम पीएस त्रिपाठी और जैतवारा की थाना प्रभारी सुरभि शर्मा भी मौजूद थीं।
* पैमाना बना पन्ना स्टेट का राजस्व नक्शा :-
सूत्रों ने बताया कि संदेहियों के भूमि स्वामित्व संबंधी मामलों की जांच के लिए पन्ना स्टेट के राजस्व नक्शे को पैमाना बनाया गया। जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि राजस्व रिकार्ड में नयागांव की २ हेक्टेयर भूमि (आराजी १९६६/१ ) छेदीखान के नाम पर वर्ष १९६३ में दर्ज की गई थी जबकि बांग्लादेश का निर्माण वर्ष १९७१ में हुआ था। छेदी खान के दो बच्चों के नाम मरवा स्कूल में वर्ष १९७०-७१ में दर्ज पाए गए। इतना ही नहीं वर्ष १९७७ में छेदीखान के नाम पर शस्त्र लाइसेंस जारी किया गया था । मौत के बाद यह शस्त्र उसके बेटे असगर के नाम पर आया। फिलहाल यह शस्त्र लाइसेंस सरेंडर है।