8 सदस्यीय कमेटी कर रही जाँच, 150 कॉलेजों में पाई गई है फैकल्टी डुप्लीकेसी

एमयू में हेड काउंटिंग के लिए बुलाई गईं 22 नर्सिंग कॉलेजों की फैकल्टी 8 सदस्यीय कमेटी कर रही जाँच, 150 कॉलेजों में पाई गई है फैकल्टी डुप्लीकेसी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-16 12:24 GMT
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डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी से संबद्ध नर्सिंग कॉलेजों में फैकल्टी डुप्लीकेसी की जाँच शुरू हो गई है। कुछ समय पूर्व एक ही सत्र में एक ही फैकल्टी के विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों में सेवाएँ देने की बात सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। विवि द्वारा की गई पड़ताल में करीब 150 नर्सिंग कॉलेजो में फैकल्टी डुप्लीकेसी मिली थी।

बड़ी गड़बड़ी उजागर होने के बाद वेटरनरी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी जाँच के लिए बनाई गई है, जिसमें 8 सदस्य हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कमेटी ने करीब सप्ताह पूर्व से जाँच शुरू कर दी है। जिन कॉलेजों में फैकल्टी डुप्लीकेसी मिली है, उन्हें प्रिंसिपल समेत पूरी फैकल्टी के साथ विवि में एक-एक बुलाया जा रहा है। इसी क्रम में जाँच टीम के सामने 22 नर्सिंग कॉलेजों की फैकल्टी की हेड काउंटिंग की गई है। टीम जल्द ही बचे हुए कॉलेजों की फैकल्टी की हेड काउंटिंग भी करेगी। 

जाँच प्रक्रिया के चलते संदेह के दायरे में आए कॉलेजों में हड़कंप की स्थिति है। विवि के रजिस्ट्रार डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि उच्च स्तरीय कमेटी ने जाँच शुरू कर दी है। नर्सिंग कॉलेजों को फैकल्टी की बायोमेट्रिक उपस्थिति,फाॅर्म-16,आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज लेकर उपस्थित होने के निर्देश हैं। फैकल्टी डुप्लीकेसी छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ है, जिसे विवि प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है। 

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