चालू वर्ष के लिए 550 करोड़ का बजट मंजूर, गत वर्ष 99.93 फीसदी राशि हुई थी खर्च 

यवतमाल चालू वर्ष के लिए 550 करोड़ का बजट मंजूर, गत वर्ष 99.93 फीसदी राशि हुई थी खर्च 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-02 13:15 GMT
चालू वर्ष के लिए 550 करोड़ का बजट मंजूर, गत वर्ष 99.93 फीसदी राशि हुई थी खर्च 

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। चालू वर्ष 2022-23 के लिए 550 करोड़ रुपए का बजेट बनाया गया है। जबकि गत वर्ष मंजूर राशि के 99.93 फीसदी राशि खर्च हुई थी। इस वर्ष भी सभी यंत्रणा 20 मई तक प्रशासकीय मंजूरी के लिए प्रस्ताव पेश करें। ऐसी सूचना जिला नियोजन समिति अध्यक्ष तथा पालकमंत्री संदिपान भूमरे ने की है। वे शनिवार को जिला नियोजन भवन में सभी कार्यकारी यंत्रणा का जायजा ले रहे थे। इस समय विधायक इंद्रनील नाईक उपस्थित थे। इस समय जिलाधिकारी अमोल येडगे, सीईओ डा. श्रीकृष्ण पांचाल, एसपी दिलीप भुजबल, जिला नियोजन अधिकारी मुरलीनाथ वाडेकर, पांढरकवडा आदिवासी विकास प्रकल्प अधिकारी विवेक जॉन्सन, अतिरिक्त सीईओ विनय ठमके उपस्थित थे। भूमरे ने कहा कि, मंजूरी मिलते ही यंत्रणा को निधि वितरण आदेश का इंतजार करना जरूरी नहीं है। निधि देना अनिवार्य है। इसकी जिम्मेदारी प्रशासकीय मंजूरी देनेवाले पर आती है। इसलिए यंत्रणा राशि का इंतजार न करते हुए टेंडर निकाले और कार्य आरंभ का आदेश दें। जिससे काम तेजी से हो सकेंगे। 2021-22 मे जिले को 325 करोड मिले थे। उसमें 324.77 करोड की की राशि खर्च की गई है। जिसका फीसदी प्रमाण 99.93 है। सभी विभागोने गत वर्ष हुए कामो के फोटो आईपास प्रणाली पर अपलोड करे तथा खर्च का पंजीयन करने की सूचनाएं भी उन्होंने दी। चालू वर्ष 2022-23 में जिला वार्षिक योजना में सर्वसाधारण के लिए 356 करोड़, अनुसूचित जाति योजना के लिए 82.40 करोड़ और आदिवासियों के लिए 112 करोड़ इस प्रकार 550.40 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया है। प्राप्त प्रावधान के अनुसार हर विभाग सभी प्रस्ताव तकनीकी मंजूरी के साथ 20 मई तक पेश करने का अल्टीमेटम भूमरे ने दिया है। गत वर्ष कुछ विभागो ने वर्ष के अंतिम समय में राशि लौटाई है। इस वर्ष इस प्रकार समय पर राशि वापस नहीं ली जाएगी  अगर राशि खर्च नहीं होती है तो 20 मई तक लिखित रूप से सूचित करने को कहा है। यह राशि अन्य विभागों को दी जाएगी। इस बैठक में बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित थे। 

सभा से जनप्रतिनिधि रहे नदारद

जिले के लिए बजेट नियोजन सभा में अधिकांश जन प्रतिनिधि गैरहाजीर थे। जिसके चलते उन लोगो को विकास से कोई लेनादेना है कि नही ऐसी चर्चा हो रही थी। पुसद विधायक इंद्रनिल नाईक छोडकर बाकी कोई उपस्थित नहीं थे। जिले में 3 सांसदो का निर्वाचन क्षेत्र है। उसमें यवतमाल-वाशिम की भावना गवली, चंद्रपुर, वणी, आर्णी के बालू धानोरकर, हिंगोली-उमरखेड महागांव के हेमंत पाटील इन तिनो में से एक भी हाजीर नहीं था। उसी प्रकार 7 विधानसभा सदस्यों में से 6 गैरहाजीर थे। उनमें दिग्रस के संजय राठोड, भाजपा के 5 विधायको में संजिवरेड्डी बोदकुरवार, मदन येरावार, डा. संदिप धुर्वे, अशोक उईके, नामदेव ससाणे शामिल थे। उसी प्रकार 4 विधानसभा सदस्यो में एंड. निलय नाईक, दृष्यंत चर्तुवेदी, डा. रंजित पाटील, किरण सरनाईक आदि का गैरहाजीर रहनेवाले जन प्रतिनिधियों में समावेश था। 

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