40 स्वयं सेवक सुबह करते है टैरेस पर संघ प्रार्थना
40 स्वयं सेवक सुबह करते है टैरेस पर संघ प्रार्थना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के कारण लगभग पूरे देश में लॉक डाउन की स्थिती है। संचार बंदी के कारण शहर की शाखाएं भी बंद है। शाखा के बंद होने स्वयंसेवको का मन चल-विचल हो रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर की त्रिमूर्ति नगर स्थित चिंतामणि प्रभात शाखा ने टैरेस उपक्रम चालू किया है। जिसमें कॉलोनी के रहने वाले 40 स्वयं सेवक अपने-अपने घर की छत पर आकर संघ प्रार्थना,सूर्य नमस्कार,योगासन आदि करते है। कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए छत पर 1-1 मीटर की दूरी पर चॉक से स्केवेयर बनाया गया है। छत पर 5 लोग से अधिक नहीं होते है। सुबह होने वाली प्रार्थना में महिला,पुरूष,बच्चे और बुजुर्ग शामिल है। चिंतामणि प्रभात शाखा प्रमुख गोविंदा पानतावणे ने बताया कि संचारबंदी का पालन करते हुए हमने टैरेस शाखा उपक्रम की शुरूआत की है। शाखा बंद होने से स्वयंसेवी बहुत परेशान थे,इसलिए इस उपक्रम की शुरूआत की।
संघ प्रार्थना से करते है शुरूआत
उन्होने आगे बताया कि शाखा मैदान की तरह कॉलोनी के रहने वाले अपने-अपने छत पर इकट्ठा होते है। फिर संघ प्रार्थना बोलते है। इसके बाद योगासान,व्यायाम और सूर्यनमस्कार किया जाता है। पिछले आठ दिनो से शहर के हर मैदान की शाखा बंद है। शासन ने कोरोना को रोकने के लिए जो नियम बनाए है,उन नियमों का पालन करते हुए सभी अपने घर में है। चिंतामणि प्रभात शाखा की शुरूआत पंद्रह वर्ष पहले की गई थी। जिसमें नियमित रूप से स्वयंसेवी आते है।
हर आयु वर्ग के लोग शामिल
चिंतामणि प्रभात शाखा के टैरेस उपक्रम में हर आयु वर्ग के लोग शामिल है। महिलाओं ने बताया कि हम महिलाओं की शाखा भी इन दिनो बंद है। इसलिए टैरेस उपक्रम में हम भी सहभागी है। सुबह-सुबह संघ प्रार्थना के बाद व्यायाम करते है,इससे पूरे दिन एनर्जी बनी रहती है। बच्चों ने बताया कि हम कई वर्षो से नियमित रूप से शाखा जा रहे है,शाखा बंद होने से दिन ही नहीं कटता था। टैरेस उपक्रम चालू होने से अच्छा लग रहा है। बुजुर्गो का कहना है कि टैरेस उपक्रम शुरू होने से बहुत अच्छा लग रहा है। नियमित रूप से संघ प्रार्थना होती है।