सरकारी नौकरी और सस्ता कर्ज दिलाने के नाम पर ठगे 30 लाख, दो धराए

सरकारी नौकरी और सस्ता कर्ज दिलाने के नाम पर ठगे 30 लाख, दो धराए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-14 12:48 GMT
सरकारी नौकरी और सस्ता कर्ज दिलाने के नाम पर ठगे 30 लाख, दो धराए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सरकारी नौकरी और कम ब्याज दर पर कर्ज (लोन) दिलाने के नाम पर तीन लोगों से 30 लाख रुपए के ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी के दोनों आरोपियों को विलेपार्ले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। आरोपियों ने दावा किया था कि उनके मंत्रालय में बैठने वाले आलाअधिकारियों से अच्छे संबंध हैं और किसी को भी सरकारी नौकरी दिला सकते हैं। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।


ब्याज दर पर कर्ज दिलाने का दिया झांसा

गिरफ्तार आरोपियों के नाम वंदना कन्हैया और राजेश मोरे है। ठगी का शिकार हुई महिला वंदना इंगवे (58) की दिसंबर 2013 में दोनों आरोपियों से जान पहचान हुई थी। दोनों ने इंगवे को बताया कि उनके राज्य के कई आलाअधिकारियों, नेताओं से अच्छे संबंध हैं और वे सरकारी नौकरी हासिल करने में मदद कर सकते हैं। इंगवे का बेटा बेरोजगार था, इसलिए उन्होंने आरोपियों से कहा कि वे उसकी सरकारी नौकरी लगावा दें। यही नहीं महिला ने आरोपियों से कहा कि उसे कुछ पैसों की जरूरत है, तो उन्होंने कहा कि उनके बैंक अधिकारियों से भी अच्छे संबंध हैं और कम ब्याज दर पर कर्ज दिला सकते हैं।


सस्ते कर्ज के नाम पर तीन-तीन लाख रुपए दिए

धीरे-धीरे आरोपियों ने महिला से 24 लाख रुपए ले लिए। यही नहीं इंगले के दो रिश्तेदारों संजय वाकोडे और अमित काकडे भी आरोपियों के झांसे में आ गए और सरकारी नौकरी और सस्ते कर्ज के नाम पर तीन-तीन लाख रुपए दे दिए। चार साल बीत जाने के बाद भी जब न नौकरी मिली न लोन और आरोपी पैसे वापस मांगने पर बहाने बनाने लगे तो महिला ने विलेपार्ले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। 

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