1.29 लाख की ओएचई वायर के साथ आरपीएफ के हत्थे चढ़े 3 शातिर चोर

सतना 1.29 लाख की ओएचई वायर के साथ आरपीएफ के हत्थे चढ़े 3 शातिर चोर

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-22 08:17 GMT
1.29 लाख की ओएचई वायर के साथ आरपीएफ के हत्थे चढ़े 3 शातिर चोर

डिजिटल डेस्क, सतना। तकरीबन एक माह से रेल प्रशासन के लिए सिरदर्द रहे तीन शातिर चोरों को आरपीएफ ने लगभग 1 लाख 29 हजार रुपए मूल्य की १३५ किलो ग्राम ओएचई वायर (ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर) के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ ट्रेन रोकने और यात्रियों की जान जोखिम में डालने का अपराध दर्ज किया गया है। आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल ने बताया कि शातिर चोरों ने २२ और २३ फरवरी की दरमियानी रात सतना-रीवा रेलखंड के हिनौता, रामवन और बगहाई स्टेशन और १२ मार्च को कटनी सेक्सन में सलना -पिपरिया के बीच तार चोरी के अपराध स्वीकार किए हैं। 
जीजा-साले की करतूत :----
आरपीएफ के हत्थे चढ़े आरोपियों में राम मनोज केवट पिता कन्हैयालाल (३३)  निवासी अकौना थाना कोटर (सतना), नागेन्द्र केवट पिता राम स्वयंवर  (२५)  निवासी नई बस्ती खोह थाना उचेहरा (सतना)और  लवकुश मल्लाह पिता लल्ला (२९) निवासी भटलो थाना बिछिया (रीवा)  शामिल है। आरोपियों में  राम मनोज 
एक अन्य आरोपी  नागेन्द्र केवट का जीजा है। वारदातों  के मास्टर माइंड नागेन्द्र केवट में बीएससी नर्सिंग का कोर्स कर रखा है। शातिर चोर नागेन्द्र के विरुद्ध पहले से ही अन्य प्रकार की चोरियों के अपराध दर्ज हैं। चोरी की वारदात में प्रयुक्त नागेन्द्र की बाइक नंबर एमपी १९ एनबी ०२५५ भी बरामद की गई है। 
मोबाइल की लोकेशन से आए पकड़ में :----
आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी ने बताया कि २२ एवं २३ फरवरी की दरमियानी रात 
तीनों आरोपियों ने सतना-रीवा रेलखंड के हिनौता, रामवन और बगहाई स्टेशन के पास से  रेल लाइन पर लगी 2 लाख 66 हजार 758 रुपए मूल्य की  281 किलो 
्रग्राम ओएचई वायर काट ली थी। आरोपियों ने चोरी की तार घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर गेहंू के एक खेत में छिपा दी थी। बदमाशों ने तार के टुकड़े कर लिए थे और मौका पाकर लगभग १४६ किलो वायर कबाड़ी को बेच दी थी। इसी गिरोह ने १२ मार्च को कटनी सेक्सन में सलना -पिपरिया के बीच १५० मीटर ओएचई वायर भी पार कर दी थी। सिरदर्द बन चुके गिरोह की पकड़ के लिए आरपीएफ ने साइबर सेल की मदद ली। दोनों घटना स्थलों पर तीनों बदमाशों के मोबाइल लोकेशन मिलने पर शक बढ़ा और पूछताछ की गई। सामान्य सी पूछताछ के बाद तीनों को जाने दिया गया। शातिर बदमाश निश्चित होने के बाद जैसे ही छिपा कर रखी गई वायर उठाने के लिए पहुंचे पहले से ही सादे लिबास में तैनात आरपीएफ के जवानों ने तार समेत गिरफ्तार कर लिया। 
धरपकड़ के लिए बनाई गई थीं ३ टीम:-- 
आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल ने बताया कि कमांडेंट अरुण त्रिपाठी के निर्देश पर शातिर चोरों की गिरफ्तारी के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। 
शक के आधार पर सादे लिबास पर जवानों को तैनात कर निगरानी बढ़ाई गई। अंतत: तीन सदस्यीय चोर गिरोह पकड़ में आ गया। इस कामयाबी में   पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल के अलावा जबलपुर क्राइम ब्रांच के  इंस्पेक्टर वीरेन्द्र यादव, इंस्पेक्टर राजीव खरब, इंस्पेक्टर कमल सिंह मीना, सब इंस्पेक्टर जेडी मिश्रा, सीआईबी के सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र पटेल, एएसआई एमपी मिश्रा समेत अन्य स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई। आरोपियों के विरुद्ध  रेल अधिनियम  की धारा ३ आरपी (यूपी), १५३ और १७४ के तहत कायमी की गई है।

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