पायरेसी रोकने के लिए 29 वेबसाइट कर दी गई हैं ब्लॉक, फिल्म इंडस्ट्री को होगा करोड़ों का फायदा
पायरेसी रोकने के लिए 29 वेबसाइट कर दी गई हैं ब्लॉक, फिल्म इंडस्ट्री को होगा करोड़ों का फायदा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड को पायरेसी से बचाने की मुहिम के तहत राज्य सरकार के साइबर डिजिटल क्राइम यूनिट (एससीडीसीयू) ने 29 वेबसाइट्स बंद कर दी हैं। इन वेबसाइटों पर लंबे समय से बॉलीवुड, हॉलीवुड और टीवी सीरियल गैरकानूनी तरीके से अपलोड किए जा रहे थे।
अधिकारियों के मुताबिक अवैध सामाग्री देखने और डाउनलोड करने के लिए इन वेबसाइट्स पर हर महीने करीब नौ करोड़ बार लोग पहुंचते थे। इनके बंद होने से इंडस्ट्री को हर महीने करीब आठ करोड़ रुपए का फायदा होगा। एससीडीसीयू पिछले साल पाइरेसी के कई मामले सामने आने के बाद गठित किया गया था। दक्षिण एशिया में पहली बार पायरेसी रोकने के लिए इस तरह का कदम उठाया गया है। एससीडीसीयू का मकसद मनोरंजन उद्योग को पाइरेसी के चलते होने वाले करोड़ों रुपए के नुकसान से बचाना है।
एससीडीसीयू अधिकारियों ने जांच के दौरान 29 ऐसी बड़ी वेबसाइट्स की पहचान की जहां पाइरेटेड कंटेंट उपलब्ध कराया जाता था। इस वेबसाइट्स पर हर महीने 8 करोड़ 86 लाख लोग उपलब्ध सामग्री को देखते या डाउनलोड करते थे। वेबसाइट्स की पहचान के बाद उन्हें सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस दिया गया और फिर पायरेसी कानून के उल्लंघन के चलते बंद कर दिया गया।
एससीडीसीयू द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत का मनोरंजन उद्योग सालाना करीब दो लाख करोड़ रुपए का है। इसके जरिए सरकार को सालाना 96 हजार करोड़ रुपए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्षकर मिलता है। इस इंडस्ट्री ने करीब 24 लाख लोगों को रोजगार भी दिया है, लेकिन पायरेसी के चलते उसे काफी नुकसान हो रहा था। इस कार्रवाई के बाद इंडस्ट्री को हर महीने आठ करोड़ रुपए का फायदा होगा।
जिन वेबसाइट्स पर पाबंदी लगाई गई है उनमें कुछ रंग प्यार के ऐसे भी डॉट नेट, बदतमीज दिल डॉट नेट, तू आशिकी डॉट काम, उर्दूड्रामाज डॉट काम और डुटे टीवी सीरीज डॉट काम प्रमुख हैं। इससे पहले कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम के जरिए पायरेटेड वेबसाइट को रोकने की कोशिश की जाती थी लेकिन इसमें काफी वक्त लगता था और सफलता की उम्मीद भी कम होती थी।