डिप्लोमा इन बांस टेक्नोलोजी पाठ्यक्रम के लिए दाखिला ले सकते हैं 10 वीं पास विद्यार्थी 

डिप्लोमा इन बांस टेक्नोलोजी पाठ्यक्रम के लिए दाखिला ले सकते हैं 10 वीं पास विद्यार्थी 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-15 13:55 GMT
डिप्लोमा इन बांस टेक्नोलोजी पाठ्यक्रम के लिए दाखिला ले सकते हैं 10 वीं पास विद्यार्थी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। चंद्रपुर के बांस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा शुरू किए गए दो साल के डिप्लोमा इन बांस टेक्नोलोजी पाठ्यक्रम के लिए कक्षा दसवीं में उत्तीर्ण विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। केंद्र की ओर से दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को हॉस्टल में रहने की सुविधा दी जाती है। साथ ही विद्यार्थियों को प्रति महीने 1500 रुपए की छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जाती है। इस पाठ्यक्रम को महाराष्ट्र राज्य तकनीकी शिक्षा मंडल ने मान्यता दी है। पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को डिप्लोमा के बाद स्वयंरोजगार के लिए दिशा मिलती है।

मंगलवार को प्रदेश सरकार की तरफ से यह जानकारी दी गई। बांस उद्योग को गति देने विश्व स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने की दृष्टि से टाटा ट्रस्ट और बांस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के बीच सामंजस्य करार किया गया है। यहां पर दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को अभी बल्लारपुर बांस डिपो, बांस उद्यान वडाली नर्सरी, अमरावती जैसे जगहों पर ले जाया गया है। आने वाले समय में विद्यार्थियों को अगरबत्ती परियोजना, बांस कंस्ट्रक्शन साईट, बांस केन डेवलपमेंट इन्स्टिट्यूट आगरतला और आईआईटी मुंबई में ले जाया जाएगा। 

सरकार का कहना है कि विदर्भ के चंद्रपुर, गड़चिरोली, भंडारा, गोंदिया और नागपुर में बड़े पैमाने पर बांस मिलता है। ग्रामीण इलाकों में व्यावसायिक दृष्टि से बांस उद्योग का स्थान महत्वपूर्ण है। वैज्ञानिक पद्धति से बांस की बुआई और उसके औद्योगिक उपयोग के प्रचार एवं प्रसार के लिए चंद्रपुर के चिचपल्ली में बांस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है। इस बांस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र में सर्टिफिकेट कोर्स इन बांस कन्स्ट्रक्शन, सर्टिफिकेट कोर्स इन बांस मॅनेजमेंट (प्लानटेशन टू हार्वेस्टिंग) फॉर फार्मर्स, सर्टिफिकेट कोर्स इन बांस ट्रीटमेंट पाठ्यक्रम शुरु किया गया है। 

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